लखनऊ: राजनीति में आज शोक की लहर दौड़ गयी. अचानक मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन के निधन की खबर ने सभी को शोकाकुल कर दिया. लालजी टंडन भाजपा के वरिष्ठतम नेताओ में से एक थे और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के बेहद करीबी नेता माने जाते थे. टंडन का आज सुबह 5:35 मिनट पर निधन हो गया. लखनऊ के मेंदाता में उन्होंने अंतिम सांस ली.


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85 वर्ष के थे लालजी टंडन



 


85 वर्षीय लालजी टंडन का लंबे समय से लखनऊ के मेदांता अस्पताल में इलाज चल रहा था. टंडन को 11 जून को सांस लेने में तकलीफ और बुखार के चलते मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था. लिवर में दिक्कत होने की वजह से 14 जून को इमरजेंसी ऑपरेशन किया गया था. फिर उनकी हालत नाजुक हो गई. उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था.


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पीएम मोदी और राष्ट्रपति ने दी श्रद्धाजंलि



प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लालजी टंडन के निधन पर दुख व्यक्त किया. पीएम मोदी ने ट्वीट कर लिखा, "लालजी टंडन को उनकी समाज सेवा के लिए याद किया जाएगा. उन्होंने उत्तर प्रदेश में बीजेपी को मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभाई. वह जनता की भलाई के लिए काम करने वाले नेता थे. वह कानूनी मामलों के जानकार थे. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी लालजी टंडन को श्रद्धांजलि दी है और उनके योगदान को याद किया.