नई दिल्ली: जेल में बंद डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह एक महीने की पैरोल मिलने के बाद शुक्रवार सुबह रोहतक की सुनारिया जेल से बाहर आ गया. हरियाणा के कारागार मंत्री रंजीत चौटाला ने बताया कि 30 दिन की पैरोल रोहतक संभागीय आयुक्त ने संबंधित अधिकारियों की सिफारिश पर दी है. 


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2017 से जेल में बंद है राम रहीम


सिंह 2017 में बलात्कार के मामलों में दोषी ठहराए जाने के बाद से हरियाणा के रोहतक की सुनारिया जेल में बंद है. मंत्री के अनुसार, सिंह ने अपनी याचिका में कहा था कि वह उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के बरनावा में स्थित डेरा सच्चा सौदा के आश्रम जाना चाहता है. मंत्री ने बताया कि पैरोल के लिए मंजूरी दिए जाने से पहले बागपत में प्रशासन से अनुमति ली गई थी. इससे पहले, रोहतक जेल के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने मीडिया से कहा, ‘‘उसे एक महीने की पैरोल मिली है और वह शुक्रवार को जेल से बाहर आया.’’ 


एसजीपीसी के अध्यक्ष ने लगाए ये आरोप


डेरा प्रमुख सिरसा में अपने आश्रम में दो महिला शिष्यों के साथ बलात्कार के मामले में 20 साल की जेल की सजा काट रहा है. सिरसा में डेरा सच्चा सौदा का मुख्यालय है. उसे अगस्त 2017 में पंचकूला स्थित केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की एक विशेष अदालत ने दोषी ठहराया था. इस बीच शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने डेरा प्रमुख की पैरोल पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि यह फैसला सरकार के दोहरे मापदंड को दर्शाता है. धामी ने कहा, ‘‘एक तरफ सरकारें 'बंदी सिंह' (सिख कैदियों) को सजा पूरी होने के बाद भी जेलों से बाहर नहीं ला रही हैं, वहीं दूसरी तरफ जघन्य अपराधों में दोषी डेरा सिरसा प्रमुख को बार-बार जेल से बाहर लाया जा रहा है." उन्होंने आरोप लगाया कि गुरु नानक देवजी के 500वें प्रकाश पर्व पर केंद्र ने सिख कैदियों को रिहा करने की घोषणा की थी, लेकिन सरकार के कथित द्वेष के कारण इसे लागू नहीं किया गया. 


डेरा प्रमुख पर लगे राजनीतिक फायदे के आरोप 


धामी ने कहा, "भले ही सिख निकाय बार-बार इस मुद्दे को उठा रहे हैं, लेकिन सरकार कोई सार्थक जवाब नहीं दे रही है जबकि सरकारें डेरा प्रमुख के प्रति नरमी बरत रही हैं." एसजीपीसी अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा सरकार ने गुरमीत राम रहीम सिंह को फरवरी में पंजाब चुनाव के दौरान "राजनीतिक लाभ के लिए" तीन सप्ताह का फर्लो दिया था और अगले सप्ताह होने वाले संगरूर लोकसभा उपचुनाव में लाभ लेने के लिए उसे फिर से पैरोल दे दी. फरवरी में पंजाब में विधानसभा चुनाव से कुछ दिन पहले, गुरमीत राम रहीम सिंह को 21 दिन का फर्लो मिला था. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने तब उसकी रिहाई और पंजाब चुनाव के बीच किसी भी संबंध को खारिज किया था. डेरा प्रमुख ने तब गुरुग्राम में अपने परिवार के साथ समय बिताया था. डेरा प्रबंधक रंजीत सिंह और एक पत्रकार की हत्या के मामलों में भी राम रहीम दोषी ठहराया जा चुका है. 


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