नई दिल्ली: Gyanvapi Vyas Tahkhana: इलाहाबाद ने फैसला दिया है कि ज्ञानवापी में व्यास जी के तहखाने में पूजा होती रहेगी. कुछ दिन पूर्व ही वाराणसी की जिला अदालत ने व्यास जी के तहखाने में पूजा करने की इजाजत दी थी. चलिए, जानते हैं कि व्यास जी का तहखाना क्या है और इसमें किसकी पूजा की जाती है. 


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900 स्क्वायर फीट का तहखाना
ज्ञानवापी में एक ही तहखाना नहीं है, बल्कि 10 तहखाने हैं. इनमें से एक का नाम व्यास जी का तहखाना है. तहखाना करीब 900 स्क्वायर फीट का है और इसकी ऊंचाई 7 फीट है. यह ज्ञानवापी परिसर के दक्षिण भाग में स्थित है. इसके सामने नंदी जी की मूर्ति भी है.


200 साल से व्यास परिवार पूजा कर रहा
ज्ञानवापी में स्थित व्यास जी के तहखाने में भगवान शिव, कुबेर, श्री गणेश, हनुमान जी और गंगा मां की प्राचीन मूर्तियां विद्यमान हैं. इन्हीं की पूजा होती है. काशी का प्रसिद्ध व्यास परिवार इस तहखाने में लगभग 200 साल से पूजा-पाठ कर रहा है. यही कारण है कि इसे व्यास जी का तहखाना कहा जाता है. 


दिन में कब-कब होती है पूजा?
व्यास जी के तहखाने में पांच पहर में पूजा होती है. हर सुबह 3 बजकर 30 मिनट पर मंगला आरती होती है. दोपहर 12 बजे भगवान का भोग लगता है. शाम को 4 बजे श्रृंगार भोग होता है. शाम 7 बजे संध्या आरती की जाती है. इसके बाद रात 10 बजकर 30 मिनट पर शयन आरती की जाती है. 


(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है.)



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