नई दिल्ली: Who is Vikramaditya Singh: हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार खतरे में आ गई है. PCC चीफ प्रतिभा सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने रोते हुए कहा कि मेरे पिता की मूर्ति स्थापित करने के लिए दो गज की जमीन तक नहीं दी गई. बता दें कि विक्रमादित्य सिंह पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह हैं के बेटे हैं.


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2017 में पहली बार विधायक बने
विक्रमादित्य सिंह साल 2013 में हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी में शामिल हुए. वे युवा कांग्रेस अध्यक्ष बने. साल 2017 तक इस पद पर बने रहे. 2017 में पहली बार शिमला से विधायक बने. फिर 2022 के विधानसभा चुनाव भाजपा के रवि कुमार मेहता को हराकर विक्रमादित्य सिंह दूसरी बार विधायक बने. सुक्खू सरकार में उन्हें लोक निर्माण विभाग का मंत्री बनाया गया था. 


हिस्ट्री में ग्रेजुएट हैं विक्रमादित्य सिंह
विक्रमादित्य सिंह का जन्म 17 अक्टूबर, 1989 को वीरभद्र सिंह और प्रतिभा सिंह के घर में हुआ. वे एक राजघराने में जन्मे थे. उनकी शुरुआती पढ़ाई हिमाचल प्रदेश के बिशप स्कूल में ही हुई. आगे की पढ़ाई उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से की. उन्होंने हंसराज कॉलेज से हिस्ट्री में ग्रेजुएशन किया है. फिर उन्होंने सेंट स्टीफेंस कॉलेज से हिस्ट्री में पोस्ट ग्रेजुएशन किया.


राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भी शामिल हुए थे
विक्रमादित्य सिंह ने राम मंदिर के दर्शन भी किए थे. जब कांग्रेस पार्टी ने राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने से मना कर दिया था, तब भी विक्रमादित्य समारोह में शामिल हुए थे. तब से यह चर्चा भी चल रही थी कि उनका कांग्रेस से मोहभंग हो गया है.


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