नई दिल्ली: जनतंत्र की ताकत लेकर पूरे देश की सेवा कर रहे नेताओं पर विपक्ष का बस नहीं चल रहा तो अब श्राप और बद्दुआओं का सहारा ले रहे हैं. पिछले कूछ दिनों से सोची समझी साजिश के तहत गृहमंत्री अमित शाह का स्वास्थ्य खराब होने की अफवाह उड़ाई जा रही थी. जिसके बाद गृहमंत्री ने स्वयं सामने आकर इसे खारिज किया है. 


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पूरी तरह स्वस्थ हैं अमित शाह 
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को एक विस्तृत पत्र लिखकर अपने स्वास्थ्य के बारे में जानकारी दी है. उन्होंने सभी अफवाहों पर विराम लगाते हुए कहा कि 'मैं पूर्ण रुप से स्वस्थ हूं और मुझे कोई बीमारी नहीं है. मैं सुबह से लेकर देर रात कर अपने काम में व्यस्त रहता हूं. मेरी मौत की दुआ मांगने वाले लोगों का भी धन्यवाद है'. 



धार्मिक मान्यताओं का किया जिक्र 
अपने विरोधियों के उम्मीदों को पूरी तरह तोड़ते हुए गृहमंत्री ने अपने पत्र में लिखा कि 'हिंदू मान्यताओं के अनुसार मेरा ऐसा मानना है कि मृत्यु की अफवाह स्वास्थ्य को और मजबूत कर की है. इसलिए मैं ऐसे सभी लोगों(मृत्यु की कामना करने वाले) से आशा करता हूं कि वे व्यर्थ की सभी बातें छोड़कर मुझे मेरा काम करने दें'. 



लेकिन गृहमंत्री के विरोधी उन्हें उनका काम करने से ही तो रोकना चाहते हैं. इसीलिए तो वह उन्हें इस  धरती पर देखना ही नहीं चाहते. लेकिन सरकार विरोधियों की इस गंदी सोच के कारण गृहमंत्री के समर्थक परेशान हो गए थे. 


स्पष्टीकरण की जरुरत इसलिए पड़ी
पिछले कुछ समय से देश के विपक्षी दलों की विचारधारा से जुड़े कुछ पत्रकार लगातार यह अफवाह फैलाने में जुटे थे कि गृहमंत्री अमित शाह बीमार हैं और उन्हें स्वास्थ्य संबंधी कोई गंभीर समस्या है. आम आदमी पार्टी से जुड़ी एक पत्रकार और कुछ वामपंथी सोच वाले कार्यकर्ता लगातार ऐसी अफवाहों को हवा दे रहे थे. 



ये लोग निजी बातचीत में भी लगातार इस तरह की घटिया अफवाहों का बाजार गर्म किए हुए थे. 



विरोधियों के इस प्रोपगैंडा की वजह से देश के हित में गृहमंत्री के लंबे जीवन की कामना करने वाले वाले करोड़ो लोग परेशान हो रहे थे. उनकी चिंता का निवारण करने के लिए गृहमंत्री को सामने आकर अपने स्वास्थ्य से संबंधित सभी अफवाहों पर लगाम कसते हुए बयान जारी करना पड़ा. 


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