भारतीय नौसेना की ताकत कैसे बढ़ाएंगे UH-Marine, माना जा रहा ध्रुव हेलीकॉप्टरों का एडवांस वर्जन
भारतीय सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के दिशा में केंद्र सरकार की ओर से एक बड़ा कदम उठाया गया है. केंद्र सरकार ने भारतीय नौसेना के लिए 60 यूटिलिटी हेलीकॉप्टर-मरीन खरीदने की अनुमति दी है. यूटिलिटी हेलीकॉप्टर-मरीन का निर्माण हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड करता है. दरअसल में ये यूटिलिटी मरीन हेलीकॉप्टर एंडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर ध्रुव का एडवांस वर्जन है और यह भारतीय मिलिट्री के पसंदीदा हेलीकॉप्टर्स में से एक है.
नई दिल्लीः भारतीय सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के दिशा में केंद्र सरकार की ओर से एक बड़ा कदम उठाया गया है. केंद्र सरकार ने भारतीय नौसेना के लिए 60 यूटिलिटी हेलीकॉप्टर-मरीन खरीदने की अनुमति दी है. यूटिलिटी हेलीकॉप्टर-मरीन का निर्माण हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड करता है. दरअसल में ये यूटिलिटी मरीन हेलीकॉप्टर एंडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर ध्रुव का एडवांस वर्जन है और यह भारतीय मिलिट्री के पसंदीदा हेलीकॉप्टर्स में से एक है.
भारतीय सेना में काफी संख्या में शामिल है UH-Marine
मौजूदा समय में इंडियन एयरफोर्स के पास 107, इंडियन आर्मी के पास 191 और नेवी के पास कुल 14 हेलीकॉप्टर्स हैं. इसके अलावा भारतीय थल सेना ने 73 हेलीकॉप्टर और जल सेना ने 11 और हेलीकॉप्टर्स ऑर्डर किए हैं. हेलीकॉप्टरों की मांग से इस बात की स्पष्ट जानकारी मिलती है कि यह वाकई कितना काम का है.
कंट्रोल करने के लिए दो पायलटों की होगी जरूरत
बात अगर ध्रुव हेलीकॉप्टर की करें तो इसे दो पायलटों के द्वारा उड़ाया जाता है. साथ ही इसमे एक बार में कुल 12 सैनिक आराम से बैठ सकते हैं. वहीं, इसकी कुल लंबाई 52.1 फीट और चौड़ाई 16.4 फीट है. इसका अधिकतम चाल 291 KM प्रतिघंटा है. साथ ही यह एक बार में 630 किमी तक उड़ान भर सकता है.
20 हजार फीट तक आसानी से भर सकता है उड़ान
ध्रुव हेलीकॉप्टर आसमान में अधिकतम 20 हजार फीट की ऊंचाई तक आसानी से उड़ान भर सकता है. यूटिलिटी हेलीकॉप्टर आमतौर पर जवानों और कार्गो ले आने और ले जाने का काम करता है. इसके आधार पर देश में अभी तक कुल तीन शानदार हेलीकॉप्टर बनाए गए हैं. पहला लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर प्रचंड, दूसरा हथियारबंद यूटिलिटी हेलीकॉप्टर रुद्र और तीसरा लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर.
सरकार या HAL ने नहीं शेयर की जानकारी
अभी तक सरकार या हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड की ओर से यूटिलिटी हेलीकॉप्टर-मरीन की खुबीयों के बारे में जानकारी शेयर नहीं की गई है. हालांकि, मीडिया सोर्जेस की ओर से अभी तक जो जानकारी सामने आई है, उसके मुताबिक इस हेलीकॉप्टर में पहिए लगे होंगे. क्योंकि इसे जहाज और युद्धपोतों पर लैंडिंग करया जाएगा. इसके रोटर ब्लेड यानी पंखे एकदम सीधे नहीं होंगे. इसके पंखे बीच से मुड़ने वाले होंगे. इसका फायदा यह होगा कि यह बहुत ही कम जगह घेरेगा.
30 जून 2022 को भरी थी सफल उड़ान
इसी बीच सबसे बड़ी खुशी की बात यह है कि इस हेलीकॉप्टर ने 30 जून 2022 को अपनी पहली उड़ान सफलतापूर्वक पूरी की थी. लेकिन अब तक ऐसे कितने और हेलीकॉप्टर बने हैं तथा ये हेलीकॉप्टर नौसेना को कब तक सौंपे जाएंगे. अभी तक इसकी जानकारी नहीं दी गई है.
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