नई दिल्ली: ये जानकर आपका दिमाग चकरा जाएगा कि बांग्लादेश से चार पैरों वाले घुसपैठियों ने भारत की नाक में दम कर रखा है. लेकिन ये घुसपैठिए इंसान नहीं बल्कि मवेशी हैं. जो इन दिनों हिंदुस्तान के लिए नई परेशानी लेकर आए हैं. भारत की इस परेशानी की वजह कोई और नहीं बल्कि मवेशी हैं. ये मवेशी बॉर्डर से बॉर्डर के रास्ते से भारत में प्रवेश कर रहे हैं.


चार पैर वाले बांग्लादेशी घुसपैठियों ने किया नाक में दम!


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

दरअसल, भारत-बांग्लादेश बॉर्डर पर अवैध रूप से प्रवेश करने वाले मवेशी चुनौती बने हुए हैं. बीएसएफ जवानों के लिए पकड़े गए मवेशियों को रखना अब सिरदर्द साबित हो रहा है. ऐसे में अब इन मवेशियों को राजस्थान की गौशालाओं में रखने पर विचार किया जा रहा है. इसके लिए पांच जिला कलेक्टर्स को निर्देश भी जारी किए गए हैं.


भारत-बांग्लादेश बॉर्डर पर पकड़े जा रहे आवारा पशुओं को राजस्थान की गौशालाओं में रखने के निर्देश दिए गए हैं. केन्द्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश के बाद अब राज्य सरकार ने भी पांच जिला कलेक्टरों को इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है. जल्द ही गौशाला संचालकों और एनजीओ से बात कर इस समस्या से छुटकारा पाने की कोशिश की जाएगी.


इंडो-बांग्लादेश बॉर्डर पर बीएसएफ के लिए बने सिरदर्द!


बांग्लादेश बॉर्डर पर बड़ी संख्या में मवेशी तारबंदी पार कर भारत की सीमा में प्रवेश कर रहे हैं. 4 अक्टूबर 2019 को केंद्रीय सशस्त्र बलों की बैठक में यह मुद्दा उठा. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के सामने बीएसएफ डीजी ने मवेशियों का मामला उठाया.


अमित शाह ने मवेशियों की पश्चिमी राजस्थान में शिफ्टिंग की संभावना का पता लगाने के निर्देश दिए-जिसके बाद गृह विभाग से जैसलमेर, जोधपुर, सिरोही, बीकानेर और नागौर जिला कलेक्टर्स को को मवेशियों की शिफ्टिंग के निर्देश दिए हैं.


इसे भी पढ़ें: पाकिस्तान से आए इन घुसपैठियों ने मचा रखा है कोहराम


केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के सुझाव के बाद जोधपुर में बीएसएफ आईजी ने गौशाला संचालकों और एनजीओ से बात की है. और उनमें कुछ संचालकों ने अपनी गौशालाओं में मवेशियों को रखने पर सहमति दे दी है. 


इसे भी पढ़ें: क्या सचमुच ममता जबतक जिंदा हैं, तबतक पश्चिम बंगाल में नहीं लागू होगी NRC?