नई दिल्ली: भारत-चीन तनाव पर आज की बड़ी खबर ये है की शी जिनपिंग को मोदी सरकार ने एक बार फिर सख्त संदेश दिया है. भारत ने साफ कर दिया है की LAC पर सैनिकों की तैनाती कम नहीं होगी.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

1). LAC पर सैनिकों की तैनाती कम नहीं करेगा भारत


2). LAC पर कुछ क्षेत्रों से चीन अपनी सेना हटाने को तैयार नहीं


3). चीन की चुनौती का ठोस जवाब देने के लिए सरकार का फैसला


4). पूर्वी लद्दाख की स्थिति की समीक्षा के लिए रक्षा मंत्री ने की बैठक


5). LAC पर भारत की रक्षा तैयारियों को लेकर बैठक 


6). बैठक में CDS जनरल बिपिन रावत, NSA अजित डोवल मौजूद थे


7). रक्षा मंत्री के साथ तीनों सेनाओं के प्रमुख भी बैठक में शामिल थे 


चीन को करारा जवाब देने का फैसला


चीन की चुनौती का ठोस जवाब देने के लिए सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. दरअसल, LAC पर कुछ क्षेत्रों से चीन अपनी सेना हटाने को तैयार नहीं हुआ है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को चीन के अड़ियल रुख को देखते हुए भारत की सैन्य तैयारियों पर एक हाईलेवल मीटिंग की और लद्दाख में स्थिति की समीक्षा की.


बैठक में CDS जनरल बिपिन रावत, NSA अजित डोवल मौजूद थे. रक्षा मंत्री के साथ तीनों सेनाओं के प्रमुख भी बैठक में शामिल थे. थल सेनाध्यक्ष एमएम नरवणे ने इस मीटिंग में भारत की रक्षा तैयारियां पर एक भी प्रजेंटेशन दिया.


इसे भी पढ़ें: खिलौना बाजार में भी Made In China को लगने वाला है तगड़ा झटका


चीन की चुनौती का जवाब देने के लिए भारत ने फैसला लिया है कि LAC से सेना नहीं हटाई जाएगी. निश्चित तौर पर चालबाज चीन को ये बात अच्छे से समझ लेनी चाहिए कि वो जब-जब हिन्दुस्तान की तरफ आंख उठाकर भी देखेगा, उसे मुंह की खानी पड़ेगी और चौतरफा मार झेलना पड़ेगा. एक तरफ सीमा पर भारत की सेना ने चीन को अच्छे से समझा दिया है कि हम पीछे नहीं हटेंगे, तो वहीं दूसरी ओर Made In China पर भी शिकंजा कसने की तैयारी हो रही है.


इसे भी पढ़ें: चीन की समुद्री सैन्य-तैनाती पर वियतनाम ने भारत को किया आगाह


इसे भी पढ़ें: शी जिनपिंग को चीन का राष्ट्रपति कहने पर अमेरिका को ऐतराज, जताई ये आपत्ति