नई दिल्ली: गलवान घाटी (Galwan) और पैंगोंग (Pangong) क्षेत्र में चीनी सेना घुसपैठ करने की कोशिश कर रही थी लेकिन उसकी साजिश को भारतीय सैनिकों ने बेनकाब कर दिया है. इसके बाद से चीन बौखलाता जा रहा है. क्योंकि भारत ने चीन को निर्माण क्षेत्र में भी पटखनी दी है. 


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निम्मू दारचा लेह में राजमार्ग का निर्माण


उल्लेखनीय है कि भारत ने लद्दाख में बड़ी कामयाबी हासिल कर ली है. बॉर्डर रोड्स टास्क फोर्स (BRTF) के अनुसार जल्द ही निम्मू-दारचा-लेह को जोड़ने वाला एक नया राजमार्ग शुरू हो जाएगा. बॉर्डर रोड्स टास्क फोर्स (BRTF) के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर एमके जैन ने बताया, यह सड़क 280 किमी लंबी है और यह लगभग तैयार है. मनाली से लेह जाने के लिए सड़क लगभग 5-6 घंटे बचाएगी.



सैन्य हथियारों और वाहनों की आवाजाही में मिलेगी मदद


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आपको बता दें कि यह 280 किमी की सड़क कम ऊंचाई पर है, इसलिए इसे वाहन चालन के लिए लगभग 10-11 महीने के लिए खोला जा सकता है. हमने इसे अलग-अलग सड़क से जोड़ने और इसे 30 किलोमीटर तक जोड़ने के लिए कनेक्टिविटी दी है, जिसे पूरा करना बाकी है. गौरतलब है कि राजमार्ग के शुरू हो जाने से भारतीय सेना का आवागमन काफी आसान हो जाएगा.


 इस रास्ते से सैनिकों के लिए रसद और हथियार पहुंचाने में काफी आसानी होगी. इस हाइवे से करगिल क्षेत्र में भी पहुंच आसान हो जाएगी.