नई दिल्ली. भारतीय नेवी के बेड़े में 15बी गाइडेड मिसाइल स्टेल्थ डिस्ट्रॉयर्स के तीसरे- यार्ड 12706 की शिखा का अनावरण होने जा रहा है. इस वॉरशिप को इंफाल नाम दिया गया. एमडीएल द्वारा 20 अक्टूबर 2023 को इसे भारतीय नौसेना को सौंप दिया गया. भारत के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र के किसी शहर के नाम पर रखा जाने वाला पहला उन्नत वॉरशिप भी है, जिसके लिए 16 अप्रैल 2019 को राष्ट्रपति द्वारा स्वीकृति दी गई थी.


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डिफेंस मिनिस्ट्री के मुताबिक अपने प्री-कमीशनिंग परीक्षणों के अंग के रूप में, इस युद्धपोत ने हाल ही में एक विस्तारित रेंज ब्रह्मोस मिसाइल का सफल प्रक्षेपण किया. मंगलवार को इस युद्धपोत के शिखा अनावरण कार्यक्रम का भी शानदार तरीके से आयोजन किया जाएगा. इसमें रक्षा मंत्री, मणिपुर के मुख्यमंत्री और रक्षा मंत्रालय और मणिपुर राज्य के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहेंगे.



इस तरह रखे जाते हैं नाम
समुद्री परंपराओं और नौसैनिक रिवाजों के अनुसार, भारतीय नौसेना के युद्धपोतों और पनडुब्बियों के नाम प्रमुख शहरों, पर्वत श्रृंखलाओं, नदियों, बंदरगाहों और द्वीपों के नाम पर रखे गए हैं. इंडियन नेवी को ऐतिहासिक शहर इंफाल के नाम पर अपने नवीनतम और तकनीकी रूप से उन्नत युद्धपोत पर बेहद गर्व है.


आधुनिक तकनीक से बना है वॉरशिप
यह जहाज स्वदेशी युद्धपोत निर्माण के मामले में एक पहचान है. दुनिया में सबसे तकनीकी रूप से उन्नत वॉर शिप में से एक है. जहाज में लगभग 75 प्रतिशत की उच्च स्वदेशी सामग्री का उपयोग किया गया है. इसमें एमआर एसएएम, ब्रह्मोस एसएसएम, स्वदेशी टॉरपीडो ट्यूब लॉन्चर, पनडुब्बी रोधी स्वदेशी रॉकेट लॉन्चर और 76 मिमी एसआरजीएम शामिल हैं. इंफाल पहला ऐसा स्वदेशी विध्वंसक भी है, जिसके निर्माण और समुद्री परीक्षणों को पूरा करने में सबसे कम समय दर्ज किया गया.


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