अब `रोमियो` करेगा भारत की समुद्री सीमा की निगरानी, बढ़ेगी ताकत दुश्मनों को होगी परेशानी
भारत को जल्दी ही नौसेना के लिए दुनिया सर्वश्रेष्ठ और अत्याधुनिक एमएच-60 रोमियो हेलीकॉप्टर मिल जाएंगे. भारतीय नौसेना का एक दल इन्हें लेने और ट्रेनिंग के लिए अमेरिका पहुंच चुका है.
नई दिल्ली: भारत और अमेरिका के बीच रक्षा व्यापार लगातार बढ़ता जा रहा है. हिंद महासागर क्षेत्र में चीन की बढ़ती दखलंदाजी को देखते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की साल 2020 में हुई भारत यात्रा के दौरान कई रक्षा समझौतों पर हस्ताक्षर हुए थे जिसमें से एक रोमियो हेलीकॉप्टर का सौदा भी शामिल था.
भारत और अमेरिका के बीच तकरीबन 16 हजार करोड़ की कीमत पर 24 रोमियो हेलीकॉप्टर के सौदे पर सहमति बनी थी. जिसमें 3 हेलीकॉप्टर की पहली खेप भारतीय नौसेना को मिलने जा रही है. तीनों MH-60 Romeo हेलीकॉप्टर जुलाई में अमेरिका में भारतीय नौसेना को सौंप दिए जाएंगे.
अमेरिका पहुंच चुका है भारत का 20 सदस्यीय दल
भारत-अमेरिका रक्षा समझौते के तहत भारत लॉकहीड मार्टिन कंपनी की सिकरोस्की कंपनी से खरीद रहा है. अमेरिकी नौसना भारत को तीन रोमियो हैलीकॉप्टर अपने खाते से दे रही है. इन तीन हेलीकॉप्टर्स को अबतक अमेरिकी नौसेना के बेड़े में शामिल नहीं किया गया है.
इन तीन ब्रांड न्यू हेलीकॉप्टर के मिलने के बाद भारतीय नौसेना इसे उड़ाने का अभ्यास और रखरखाव सीख सकेगी. इसके लिए भारतीय नौसेना का 20 सदस्यीय दल अमेरिका पहुंच चुका है. फिलहाल भारत को मिलने वाले इन तीन हेलीकॉप्टर का उपयोग ट्रेनिंग में होगा.
जुलाई में मिलने वाले तीन हेलीकॉप्टर के बाद भारत को अमेरिका अगला बैच इसी साल नवंबर में सौंपेगा. तीसरा कंसाइन्मेंट अगले साल जून-जुलाई में मिलेगा. भारत को साल 2023 के आखिर तक सभी 24 हेलीकॉप्टर मिल जाएंगे.
यह भी पढ़िएः इंदौर ने भी रचा इतिहास, बनाया एक दिन में सबसे ज्यादा टीके लगाने का रिकॉर्ड
दुनिया में है सबसे बेहतरीन नेवल हेलीकॉप्टर
एमएच 60 आर (MH 60R) या कहें रोमियो हेलीकॉप्टर (Romeo Helicopter) किसी भी सबमरीन या जंगी जहाज से निपटने में दुनिया में सबसे बेहतरीन है. भारतीय नौसेना की सबसे कमजोर कड़ी सबमरीन बेड़ा है. पहले से पाकिस्तानी सबमरीन भारत के लिए परेशानी का सबब थे और हिंद महासागर में चीनी पनडुब्बी की मौजूदगी भारत की चिंता बढ़ा रहा थी.
ऐसे में इस परेशानी से निपटने का इंतजाम भारत सरकार ने कर दिया है. भारतीय नौसेना को अपना सबसे कारगर हथियार जुलाई में मिल जाएगा आइए जानते हैं रोमियो में हैं क्या खासियतें और भारतीय नौसेना के बेड़े में शामिल होने से कैसे बढ़ जाएगी पाकिस्तान और चीन की मुश्किलें.
एंटी सबमरीन ऑपरेशन है सबसे बड़ी खूबी
रोमिया हेलीकॉप्टर एंटी सबमरीन ऑपरेशन के लिए सबसे उपयुक्त है. इसे किसी भी जंगी जहाज या एयरक्राफ्ट से ऑपरेट किया जा सकता है. मौजूदा दौर में MH60R(ROMEO) दुनिया के अत्याधुनिक नेवल हेलीकॉप्टर हैं. नौसेना के इस्तेमाल में काम आने वाले इस जंगी हैलीकॉप्टर के अंदर बहुत सी ऐसी खूबियां हैं जो चीन और पाकिस्तान जैसे भारत के दुश्मन देशों के दांत खट्टे कर देगा.
किसी भी मौसम में भर सकता है ऊड़ान
रोमियो हेलीकॉप्टर किसी भी सबमरीन या जहाज को तलाश करने और तबाह करने में सक्षम है. समुद्र के अंदर सबमरीन को तलाशने के लिए इसमें बेहतरीन सेंसर्स लगे हैं. इसके साथ ही सबमरीन को तबाह करने के लिए मार्क 54 टारपीडो से लैस है. किसी जंगी जहाज को तबाह करने के लिए इसमें हेलफायर मिसाइल लगी हैं. रोमियो हेलीकॉप्टर किसी भी मौसम में दिन के उजाले में या रात के अंधेरे में 12000 फीट की ऊंचाई तक उड़ सकता है. इसकी रफ्तार 270 किमी प्रतिघंटा तक हो सकती है.
भारतीय नौसेना में रोमियो की तैनाती ब्रिटेन द्वारा निर्मित सी किंग्स की जगह पर होगी, जो कि जल्द ही नौसेना से रिटायर होने वाले हैं. रोमियो के भारतीय नौसेना में शामिल होने के से पहले पांच दशक पुराने सी किंग्स एंटी सबमरीन हेलीकॉप्टर के भरोसे हो रही थी.
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.