States Name changed: 1947 में भारत में ब्रिटिश साम्राज्य के अंत के बाद से, पूरे भारत में कई राज्यों के नाम बदले गए हैं. हालांकि, भारतीय राज्यों के कुछ पुराने नाम आज भी प्रचलित हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

यहां हमने उन भारतीय राज्यों की सूची बनाई है जिनका नाम आजादी के बाद बदला गया:


पूर्वी पंजाब से पंजाब
1947 में रेडक्लिफ आयोग द्वारा पूर्वी पंजाब प्रांत के विभाजन के बाद, प्रांत के मुस्लिम हिस्से पाकिस्तान का पश्चिमी पंजाब बन गए और हिंदू और सिख पूर्वी हिस्से भारत का हिस्सा बने रहे. वर्ष 1950 में, भारत के संविधान के लागू होने के बाद, प्रांत का नाम बदलकर पंजाब कर दिया गया.


संयुक्त प्रांत से उत्तर प्रदेश
1947 में स्वतंत्रता के बाद, रामपुर, बनारस (अब वाराणसी) और टिहरी-गढ़वाल रियासतों को संयुक्त प्रांत में मिला दिया गया. बाद में, 25 जनवरी 1950 को इस यूनिट का नाम बदलकर उत्तर प्रदेश कर दिया गया.


हैदराबाद से आंध्र प्रदेश
हैदराबाद राज्य 1948 से 1956 तक अस्तित्व में रहा. राज्य पुनर्गठन अधिनियम के बाद इसे आंध्र राज्य में मिला दिया गया और वर्ष 1956 में इसका नाम बदलकर आंध्र प्रदेश कर दिया गया.


त्रावणकोर-कोचीन से केरल
1 जुलाई 1949 को बनाया गया त्रावणकोर-कोचीन मूल रूप से त्रावणकोर और कोचीन का संयुक्त राज्य कहलाता था. 1 नवंबर 1956 को त्रावणकोर-कोचीन को मद्रास राज्य के मालाबार जिले के साथ मिलाकर केरल का नया राज्य बनाया गया.


मध्यभारत से मध्य प्रदेश
28 मई 1948 को 25 रियासतों से निर्मित मध्यभारत का नाम बदलकर वर्ष 1956 में 1 नवंबर को मध्य प्रदेश कर दिया गया. राज्य का नाम बदलने से पहले विंध्य प्रदेश और भोपाल राज्य को मध्यभारत में मिला दिया गया और भोपाल को इसकी राजधानी बनाया गया.


मद्रास राज्य से तमिलनाडु
1947 में भारत में स्वतंत्रता के बाद, मद्रास प्रेसीडेंसी मद्रास प्रांत बन गया, जिसमें वर्तमान तमिलनाडु शामिल था. 1969 में, अन्नादुरई की सरकार ने राज्य का नाम बदलकर तमिलनाडु कर दिया.


उत्तरांचल से उत्तराखंड
अगस्त 2006 में, केंद्रीय मंत्रिमंडल ने उत्तरांचल राज्य के लोगों की मांग को स्वीकार करते हुए इसका नाम बदलकर उत्तराखंड करने का प्रस्ताव रखा और दिसंबर 2006 में बिल पारित होने और दिवंगत राष्ट्रपति ए.पी.जे. अब्दुल कलाम द्वारा हस्ताक्षर किए जाने के बाद इसका नाम बदलकर उत्तराखंड कर दिया गया.


उड़ीसा से ओडिशा
उड़ीसा (नाम परिवर्तन) विधेयक, 2010 के साथ-साथ संविधान (113वां संशोधन) विधेयक को तत्कालीन भारतीय राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने मंजूरी दी थी. राज्य की भाषा के नाम में बदलाव के लिए बुलाए गए इस विधेयक ने आधिकारिक तौर पर राज्य का नाम बदलकर ओडिशा कर दिया और इसकी भाषा का नाम उड़िया से बदलकर ओडिया कर दिया.


ये भी पढ़ें- भारत पर चीन ने क्यों किया था हमला? 10-20 हजार भारतीयों के सामने थे 80 हजार चीनी सैनिक


Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.