लद्दाख: सीमा पर लगातार चल रहे गतिरोध के बीच ITBP ने चीन को बड़ा झटका दिया है. पूर्वी लद्दाख स्थित पेंगोंग झील के दक्षिणी किनारे की प्रमुख चोटियों पर भारतीय सेना की मोर्चेबंदी के बाद इंडो-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के कम-से-कम 30 जवानों ने कुछ और नए और अहम मोर्चों पर अपना परचम लहराया है.


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ITBP के जवानों ने रणनीतिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण ब्लैक टॉप एरिया के पास नई जगहों पर अपनी मोर्चेबंदी कर ली. इससे चीन की PLA को बहुत बड़ा झटका लगा है.  



अब चीन की हर चालबाजी पर रहेगी सेना की कड़ी नजर


आपको बता दें कि ITBP के जवानों के पराक्रम के आगे चीन को पीछे हटना पड़ा है. पहले ही भारतीय आर्मी के जवानों ने चीन के अहंकार का दमन किया था और अब ITBP ने उसके गुरुर की गर्दन मरोड़ दी है. भारत के लिए यह बहुत बड़ी कामयाबी है.  इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पूर्वी लद्दाख में वास्तवितक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तैनात चीनी सैनिकों की हर हरकत ITBP जवानों की साफ-साफ पकड़ में आती रहेगी.


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LAC पर सतर्क है ITBP- IG


ITBP के IG (ऑपरेशंस) एम. एस. रावत (MS Rawat) ने बताया है कि आईटीबीपी के डीजीपी एस. एस. देसवाल ने पिछले हफ्ते जवानों के साथ छह दिन गुजारे और उन्हें एलएसी पर जिम्मेदारियों के प्रति सतर्क किया है. उन्होंने कहा कि पहली बार हम अच्छी-खासी संख्या में इन चोटियों पर मौजूद हैं. आईजी रावत ने भी डीजीपी देसवाल के साथ सीमा पर छह दिन का वक्त गुजारा था. उनके साथ आईजी (पर्सोनल) दलजीत चौधरी और आईजी (लेह) दीपम भी थे.


सबसे अहम बात ये है कि अब हेलमेट टॉप, ब्लैक टॉप और येलो बंप पर आर्मी, आईटीबीपी और स्पेशल फ्रंटियर फोर्स (SFF) की मोर्चेबंदी हो गई है और उन्हें सभी इन जगहों से सीधे चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के दक्षिणी छोर पर स्थित पोस्ट 4280 पर सेना की स्पष्ट नजर है.