जम्मू कश्मीर में आतंकवाद पर बड़ी चोट, अपने निम्नतम स्तर पर है टेररिज्म
जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (DGP) दिलबाग सिंह ने शनिवार को कहा कि सुरक्षा एजेंसियों की सक्रिय कार्रवाई और लोगों के सहयोग से केंद्र शासित प्रदेश में आतंकवाद अपने निम्नतम स्तर पर है और जम्मू क्षेत्र से इसका लगभग सफाया हो गया है. उन्होंने कहा कि पुलिस, अन्य सुरक्षा बलों के साथ मिलकर रोजाना के आधार पर केंद्र शासित प्रदेश के शांतिपूर्ण महौल को खराब करने की साजिशों को नाकाम कर रही है.
नई दिल्लीः जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (DGP) दिलबाग सिंह ने शनिवार को कहा कि सुरक्षा एजेंसियों की सक्रिय कार्रवाई और लोगों के सहयोग से केंद्र शासित प्रदेश में आतंकवाद अपने निम्नतम स्तर पर है और जम्मू क्षेत्र से इसका लगभग सफाया हो गया है. उन्होंने कहा कि पुलिस, अन्य सुरक्षा बलों के साथ मिलकर रोजाना के आधार पर केंद्र शासित प्रदेश के शांतिपूर्ण महौल को खराब करने की साजिशों को नाकाम कर रही है.
आतंकवाद मुक्त हो गए हैं नौ जिले
एक कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से बातचीत करते हुए सिंह ने कहा, ‘अगर तथ्यों और आंकड़ों पर गौर किया जाए तो केंद्र शासित प्रदेश में आतंकवाद अपने निम्नतम स्तर पर है. जम्मू क्षेत्र के एक जिले, जहां पर तीन-चार आतंकवादी सक्रिय हैं, को छोड़कर बाकी नौ जिले आतंकवाद मुक्त हो गए हैं.’
उन्होंने कहा कि वर्ष 2022 सुरक्षा एजेंसियों के लिए आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सबसे सफल साल साबित हुआ और स्थिति यह है कि आतंकवाद के रास्ते पर जाने वाले 10 बार सोच रहे हैं.
दिलबाग सिंह ने कहा, ‘हम युवाओं को परामर्श दे रहे हैं और उन्हें पाकिस्तानी एजेंसियों की साजिश के बारे में समझा रहे हैं, जो जम्मू-कश्मीर में रक्तपात का आनंद लेती हैं. उन्होंने जम्मू कश्मीर में गत करीब 30 साल से रक्तपात किया और समय आ गया है कि उनकी रणनीति को समझें, उनके रास्तों से तौबा करें , उनके कृत्यों की निंदा करें और उनके खिलाफ खड़ा हों.’’
उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों को आतंकवाद का जड़ से सफाया करने में लोगों का पूरा समर्थन मिल रहा है.
जैश के आतंकी कमांडर का घर ध्वस्त
इससे पहले आतंकवादी संगठन जैश ए मोहम्मद के आतंकी कमांडर आशिक नेंगरू के आवास को जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले के अधिकारियों ने शनिवार को गिरा दिया. अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी. अधिकारियों ने दावा किया कि उसका दो मंजिला घर राजपुरा के न्यू कॉलोनी में सरकारी जमीन पर बना हुआ था. पुलिस की मौजूदगी में जिला प्रशासन ने इस घर को ध्वस्त किया.
पुलवामा हमले का आरोपी है नेंगरू
नेंगरू जैश ए मोहम्मद का कमांडर है, जिसकी पुलिस को तलाश है. वह पुलवामा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवानों पर 2019 में हुये हमले के मामले का आरोपी था, इस हमले में 40 जवानों की मौत हो गयी थी. इस साल अप्रैल में केंद्र सरकार ने गैर कानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत नेंगरू को ‘आतंकवादी’ करार दिया था.
आतंकी संगठन ने किया विरोध
एक अधिसूचना में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा कि नेंगरू जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों की घुसपैठ में शामिल रहा है और केंद्र शासित प्रदेश में विभिन्न आतंकी घटनाओं को अंजाम देने के लिए भी जिम्मेदार है. मंत्रालय ने कहा कि वह एक आतंकवादी सिंडिकेट चला रहा है और वह पाकिस्तान से रिमोट कंट्रोल के जरिये जम्मू कश्मीर में आतंक फैलाने के खतरनाक अभियान में लगा हुआ है. इस बीच आतंकवादी संगठन द रेसिस्टेंस फोर्स ने उसके घर को गिराये जाने का विरोध किया है.
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