नितिन गडकरी ने बताया- 12 घंटे में दिल्ली से मुंबई पहुंचाने वाले दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे कब होगा पूरा

केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने शनिवार को कहा कि मंत्रालय पांच ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण कर रहा है, जिससे मध्यप्रदेश को फायदा होगा. उन्होंने कहा कि इनमें से एक दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का निर्माण लगभग दिसंबर तक पूरा हो जाएगा. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Dec 10, 2022, 10:05 PM IST
  • एक लाख करोड़ रुपये लागत का है एक्सप्रेसवे
  • मध्य प्रदेश, राजस्थान के विकास में मिलेगी मदद
नितिन गडकरी ने बताया- 12 घंटे में दिल्ली से मुंबई पहुंचाने वाले दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे कब होगा पूरा

नई दिल्लीः केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने शनिवार को कहा कि मंत्रालय पांच ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण कर रहा है, जिससे मध्यप्रदेश को फायदा होगा. उन्होंने कहा कि इनमें से एक दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का निर्माण लगभग दिसंबर तक पूरा हो जाएगा. 

12 घंटे में पूरा हो सकेगा सफर
इस हाइवे के बनने से दिल्ली से मुंबई तक सड़क मार्ग से केवल 12 घंटे में यात्रा की जा सकेगी. गडकरी ने रीवा जिले में 2443.89 करोड़ रुपये लागत की कुल 204.81 किलोमीटर लंबी सात सड़क परियोजनाओं का लोकार्पण/शिलान्यास करते हुए जिले के बरसैता गांव में यह बात कही. इस दौरान उन्होंने रीवा-सीधी राष्ट्रीय राजमार्ग पर मोहनिया घाटी में 1004 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 2.82 किमी लंबी सुरंग का लोकार्पण भी किया. 

उन्होंने कहा, ‘खेती के विकास के साथ ही औद्योगिक विकास भी होना चाहिए. इसके लिए पानी, ऊर्जा, परिवहन एवं संचार जरूरी है. इसलिए हम (केंद्र सरकार) पांच ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण कर रहे हैं.’ 

एक लाख करोड़ रुपये लागत का है एक्सप्रेसवे
गडकरी ने आगे कहा, ‘दिल्ली से मुंबई केवल 12 घंटे में आप जा सकेंगे. इस हाइवे का निर्माण लगभग दिसंबर तक पूरा हो जाएगा. यह एक्सप्रेसवे एक लाख करोड़ रुपये लागत वाला तथा 1,382 किमी लंबा है.’ उन्होंने कहा कि ये हाइवे मध्यप्रदेश के लिए बहुत उपयोगी होगा. गडकरी ने कहा कि इसके साथ ही अटल प्रोग्रस हाइवे का काम भी जल्द शुरू होगा. इस हाइवे को पहले चंबल एक्सप्रेस हाइवे के नाम से जाना जाता था. 

उन्होंने कहा कि 15,000 करोड़ रुपये लागत वाला यह अटल प्रोग्रेस-वे 415 किमी लंबा होगा और यह उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश तथा राजस्थान के पिछड़े क्षेत्र से होकर गुजरेगा. इसकी लंबाई 306 किमी मध्य प्रदेश में, 37 किलोमीटर उत्तर प्रदेश में और 72 किमी राजस्थान में होगी. 

मध्य प्रदेश, राजस्थान के विकास में मिलेगी मदद
गडकरी ने कहा कि यह एक्सप्रेसवे चंबल नदी के साथ-साथ इटावा से भिंड, मुरैना और कोटा (राजस्थान) में जाकर दिल्ली-मुंबई हाइवे पर मिलेगा, जो मध्य प्रदेश के विकास के लिए बहुत उपयोगी होगा. उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि इस एक्सप्रेसवे को इटावा में बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे और लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा और यह कोटा में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा. 

इस कार्यक्रम के दौरान मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह भी मौजूद थे. गडकरी ने कहा कि इन पांच एक्सप्रेसवे के पास लॉजिस्टिक पार्क और औद्योगिक क्षेत्र विकसित किए जाने चाहिए. उन्होंने कहा कि इंदौर से हैदराबाद तक 687 किमी लंबा छह लेन का एक नया हाईवे बनाने जा रहे हैं, जो 2024 तक बनकर तैयार हो जाएगा. 

विशाल आर्थिक शक्ति बनेगा भारत
उन्होंने चौहान की मांग पर नर्मदा परिक्रमा पथ के सभी अधूरे लिंक को पूरा करने की घोषणा की. साथ ही कहा कि प्रदेश के सभी सड़क परिवहन संबंधी प्रस्तावों को मंजूरी दी जाएगी. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत विशाल आर्थिक शक्ति बनेगा और उसमें मध्य प्रदेश का महत्वपूर्ण योगदान होगा.

यह भी पढ़िएः Sukhwinder Singh Sukhu: कौन हैं सुखविंदर सिंह सुक्खू, जो बनेंगे हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री

 

Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.  

 

 

 

ट्रेंडिंग न्यूज़