बंगलुरु. नागरिकता क़ानून के विरोध में राष्ट्रीय सम्पत्ति को हानि पहुंचाने वालों की अब कर्नाटक में भी खैर नहीं. यहां भी उनके साथ वही सुलूक होगा जो उत्तरप्रदेश में वहां की योगी सरकार कर रही है. जो भी लोग विरोध प्रदर्शन के दौरान तोड़-फोड़ में लिप्त पहचाने जाएंगे उनकी सम्पत्ति की कुर्की की जायेगी.  



हिंसा का जवाब कुर्की से 


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उत्तरप्रदेश में योगी आदित्यनाथ ने इस फॉर्मूले का आविष्कार किया है और इसका फायदा भी तुरंत नज़र आने लगा है. ये वो चोट है जो उस जगह लगती है जहां सबसे ज्यादा दर्द होता है. विरोध प्रदर्शन की आड़ में देश की मोदी सरकार से बदला लेने का एजेंडा लेकर सड़कों पर उतरे लोगों को उसका खामियाजा भरना पड़ेगा. अब ऐसा ही होगा कर्नाटक में भी - हिंसा करोगे तो कुर्की मिलेगी!


कर्नाटक के मंत्री के माध्यम से आई खबर 


कर्नाटक सरकार के एक मंत्री ने धमकी देकर चेताया है प्रदेश में विरोध प्रदर्शन की आड़ में तोड़-फोड़ करने वाले लोगों को. उन्होंने साफ़ शब्दों में कहा कि उत्तरप्रदेश की भांति कर्नाटक में भी सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों की संपत्ति को जब्त कर लिया जाएगा. 



मंगलूर हिंसा में मरे हैं दो लोग


हाल ही में नागरिकता क़ानून के विरोध के दौरान हिंसा में लिप्त भीड़ में दो लोग मारे गए हैं. इस घटना के मद्देनज़र कर्नाटक भाजपा की महासचिव और सांसद शोभा करंदलाजे ने भी इस दिशा में पहल करते हुए अपनी राज्य सरकार मांग की है कि हिंसा और तोड़फोड़ कर रहे लोगों की पहचान की जाए और राज्य में विरोध प्रदर्शन के दौरान उन्होंने जिन सार्वजनिक संपत्तियों को क्षतिग्रस्त किया है उसके लिए उनकी कुर्की करके भुगतान लिया जाए. 


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