सीएम योगी आदित्यनाथ को किसने दी धमकी? तुलसीदास की जन्मस्थली का विवाद समझिए
तुलसीदास की जन्मस्थली पर योगी के ट्वीट पर कासगंज वासियों ने विरोध की धमकी दी. आपको पूरा माजरा समझाते हैं.
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) के कार्यालय के एक ट्वीट ने कासगंज जिले में तूफान खड़ा कर दिया है, जहां स्थानीय निवासी अब आंदोलन की धमकी दे रहे हैं.
कहां हुआ था तुलसीदास का जन्म?
मुख्यमंत्री कार्यालय (Chief Minister Office) के एक ट्वीट में कहा गया था कि 15वीं शताब्दी के संत और कवि तुलसीदास का जन्म 'चित्रकूट जिले के राजापुर उप-मंडल में हुआ था.'
इस ट्वीट पर स्थानीय निवासियों के एक समूह ने आपत्ति जताते हुए कासगंज की जिलाधिकारी हर्षिता माथुर को ज्ञापन सौंपा है. उन्होंने राज्य सरकार को 'ट्वीट' नहीं हटाए जाने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू करने की चेतावनी भी दी.
योगी आदित्यनाथ को पत्र में क्या कहा गया?
निवासियों ने आदित्यनाथ को संबोधित पत्र में कहा है कि 'राम चरितमानस' के लेखक कासगंज जिले के सोरों ब्लॉक में पैदा हुए थे और बांदा जिले के गजेटियर में इसका स्पष्ट उल्लेख है.
सोरों के हरपधी घाट पर तुलसीदास की मूर्ति के पास निवासियों के एक अन्य समूह ने दो घंटे से अधिक समय तक प्रतीकात्मक विरोध प्रदर्शन किया.
'सीएम योगी को नहीं है कोई अधिकार'
ब्राह्मण कल्याण सभा के अध्यक्ष शरद पांडे ने कहा, 'मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को गोस्वामी तुलसीदास की जन्मभूमि निर्धारित करने का कोई अधिकार नहीं है. संत का जन्म सोरों में गंगा के घाटों के पास हुआ था और बाद में राजापुर चले गए. हमारे पास ऐतिहासिक और धार्मिक प्रमाण हैं. आज हमने अपना असंतोष व्यक्त करने के लिए एक प्रतीकात्मक विरोध किया है. यदि ट्वीट को नहीं हटाया जाता है, और सरकार स्पष्टीकरण जारी नहीं करती है, तो हम अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू करने के लिए बाध्य होंगे.'
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