इस राज्य के सीएम की सेहत चर्चा का विषय, पार्टी नए नेता की तरफ देख रही?
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन पिछले महीने अमेरिका, क्यूबा और यूएई की यात्रा से लौटने के बाद से सार्वजनिक रूप से कम ही देखे गए हैं और विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, उनका स्वास्थ्य खराब है और सीपीआई (एम) ने भी आगे देखना शुरू कर दिया है. चिकित्सा के लिए 78 वर्षीय वरिष्ठ नेता कभी-कभी चेन्नई के लिए उड़ान भरते हैं और चेकअप के लिए कई बार अमेरिका भी गए हैं.
नई दिल्लीः केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन पिछले महीने अमेरिका, क्यूबा और यूएई की यात्रा से लौटने के बाद से सार्वजनिक रूप से कम ही देखे गए हैं और विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, उनका स्वास्थ्य खराब है और सीपीआई (एम) ने भी आगे देखना शुरू कर दिया है. चिकित्सा के लिए 78 वर्षीय वरिष्ठ नेता कभी-कभी चेन्नई के लिए उड़ान भरते हैं और चेकअप के लिए कई बार अमेरिका भी गए हैं.
सार्वजनिक कार्यक्रमों में कम नजर आ रहे
अमेरिका से लौटने के तुरंत बाद वह अपने आधिकारिक आवास पर आयुर्वेदिक कायाकल्प चिकित्सा के बाद घर के अंदर ही रहे. अपनी विदेश यात्रा के बाद उन्होंने अपने सार्वजनिक कार्यक्रमों में भारी कटौती कर दी है, लेकिन नियमित रूप से राज्य पार्टी मुख्यालय का दौरा करते हैं और साप्ताहिक कैबिनेट बैठकों की अध्यक्षता करते हैं.
पांच महीने बाद मीडिया के सामने आए सीएम
संयोग से पांच महीने की अनुपस्थिति के बाद वह पहली बार मीडिया के सामने तब आए, जब वह अपने पूर्ववर्ती ओमन चांडी को अंतिम सम्मान देने गए थे, जिनका सोमवार को निधन हो गया था. इससे पहले वह आखिरी बार फरवरी के पहले हफ्ते में मीडिया से मिले थे. राजनीतिक और अन्य कई गंभीर मुद्दों के बावजूद वह मीडिया से बचते हैं.
सीपीआई (एम) के लिए केरल आखिरी गढ़ है इसलिए पार्टी का राष्ट्रीय नेतृत्व राज्य के घटनाक्रम पर करीब से नजर रख रहा है. अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी की आगामी केंद्रीय समिति की बैठक अहम होने वाली है.
पार्टी ने नए राज्य सचिव को नहीं देने दिया इस्तीफा
सीपीआई (एम) के पास केरल की 20 लोकसभा सीट में से सिर्फ एक है. 2019 के लोकसभा चुनाव में उसका सफाया हो गया था. इससे पहले पुथुपल्ली विधानसभा उपचुनाव होने जा रहा है और विजयन का स्वास्थ्य चिंता का विषय है. यह बताया गया है कि शायद यही कारण है कि पार्टी ने पार्टी के नए राज्य सचिव एम.वी.गोविंदन को विधायक पद से इस्तीफा देने की अनुमति नहीं दी.
अतीत में राज्य सचिव पद पर चुने जाने के बाद विधायक पद छोड़ने की परंपरा रही है. इसलिए आने वाले सप्ताह और महीने सीपीआई (एम) के लिए गहमागहमी वाले होने वाले हैं, क्योंकि महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाने की उम्मीद है.
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