नई दिल्ली: विश्व भर में कोरोना के नए वेरिएन्ट ओमिक्रॉन के बड़ते कहर को देखते हुए जहां एक और देश भर में पहले से ही डर का माहौल है.


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वहीं भारत में इसके आगमन से सरकारें भी चिंतित हो चुकीं हैं. कोरोना के नए वेरिएन्ट(ओमिक्रॉन) के प्रसार को देखते हुए केरल सरकार ने ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीनेट करने के लिए कड़ा कदम उठाया है. 


कोरोना के प्रसार के रोकथाम के लिए की जा रही समीक्षा बैठक के उपरांत केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने बड़ा फैसला लिया. 


जानिए किन्हें नहीं मिलेगा कोरोना का मुफ्त इलाज


वे नागरिक जिन्होंने वैक्सीन अब तक नहीं ली है, ऐसे नागरिकों के इलाज के संबंध में मुख्यमंत्री ने दो-टूक शब्दों में कहा कि- जो नागरिक वैक्सिनेशन को सफल बनाने में सरकार का शत प्रतिशत सहयोग नहीं करेंगें, सरकार उन्हें कोरोना ग्रस्त होने पर मिल रहे मुफ्त इलाज पर रोक लगा देगी. 


सरकारी कर्मचारी और स्कूल कॉलेज के छात्र के लिए भी उपरोक्त नियम लागू होंगे .


इस प्रकार के लोगों को मिल सकती है छूट


जिन लोगों को चिकित्सीय कारणों से अब तक वैक्सीन नहीं लगी है,  ऐसे लोगों को सरकारी डाक्टरों के द्वारा सत्यापित किए गए कागजात जमा कराने होंगे.


मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने समीक्षा बैठक के दौरान स्वास्थ्य विभाग से कोरोना के नए वेरिएंटओमिक्रॉन के रोकथाम के लिए उठाए जाने वाले कदमों की जानकारी भी मांगी.


दक्षिण अफ्रीका में सबसे पहले पाए जाने वाले कोरोना के नए स्वरुप ओमिक्रॉन को वैज्ञानिक पहले से कहीं ज्यादा खतरनाक बता रहें हैं.


ओमिक्रॉन के लक्षणों में मुख्यतः हैं - हल्का सिरदर्द ,पूरे शरीर में दर्द ,गले में खराश और खांसी.


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