Farmer Protest: सरकार और किसानों के बीच नहीं बनी बात, 8 जनवरी को अगली बैठक
पिछले 40 दिनों से किसानों का आंदोलन चल रहा है, इस बीच सरकार और किसानों की बीच एक बार फिर संवाद हो रहा है. विज्ञान भवन में किसान संगठन के नेता मौजूद हैं. वार्ता से पहले कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह ने कहा- वार्ता में समाधान की पूरी उम्मीद है. ऐसे में देखना होगा कि क्या इस बार सरकार और किसानों के बीच बात बनती है या नहीं..
नवीनतम अद्यतन
किसानों और सरकार के बीच आज की बैठक खत्म हो गई है. वार्ता के लिए अगली तारीख 8 जनवरी तय की गई है..
बैठक में नरेंद्र तोमर ने किसानो को कहा कि आप बात नहीं समझ रहे, हम MSP पर आपकी सारी मांगे मानने को तैयार हैं. आप कुछ चर्चा तो करें, आप अपनी मांग तो रखें..
इस बैठक में सरकार ने दिल्ली की सीमा खोलने की अपील की है. आम लोगों को हो रही दिक्कतों का हवाला दिया और बॉर्डर खाली कर लोगों को राहत देने की अपील की. सरकार ने आर्थिक नुकसान के बारे में भी बताया.
ज़ी हिन्दुस्तान को मिली EXCLUSIVE जानकारी के मुताबिक बैठक के दौरान कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) ने किसानों को भरोसा दिलाया और कहा कि किसानों से छल नहीं होने देंगे. उन्होंने कानून से किसानों को फायदा होने की बात कही. कृषि मंत्री ने कहा कि किसान हमारी प्राथमिकता है.
सूत्रों के हवाले से विज्ञान भवन में किसानों और सरकार के बीच चल रही बैठक से जुड़ी बड़ी जानकारी सामने आई है. कानून वापसी को लेकर गतिरोध बरकरार है, बैठक के दौरान मांगों पर किसान अड़े रहे, बार-बार कानून वापसी की मांग करते रहे. मंत्री संशोधन पर मान जाने की अपील करते रहे.
मीटिंग के बीच किसान नेता राकेश टिकैत ने ट्वीट किया और कहा है कि सरकार ने बिल के फायदे गिनाये. सरकार के सामने किसानों ने अपनी बात रखी..
किसानों से जुड़ी इस वक्त की बहुत बड़ी खबर ये है कि किसानों की एक और मांग मानी गई है. MSP पर केंद्र सरकार ने किसानों को लिखित आश्वासन दिया है. सरकार के रुख़ से किसान नेता संतुष्ट हैं. कानून वापसी पर नये विकल्प की तैयारी है.
ज़ी हिन्दुस्तान को एक और EXCLUSIVE जानकारी मिली है. सूत्रों के हवाले से मिली खबर के मुताबिक बात नहीं बनी तो राजनाथ सिंह पहुंचेंगे. राजनाथ सिंह किसानों से वार्ता करने आ सकते हैं. कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर लगातार राजनाथ सिंह को बैठक की जानकारी दे रहे हैं. रविवार को राजनाथ से कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने मुलाकात की थी.
सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार, सरकार और किसानों के बीच चल रहे संवाद में सरकार किसानों को मनाने में जुटी है..
बैठक में मंत्रियों, अधिकारियों और किसान नेताओं ने खड़े होकर उन किसानों को श्रद्धांजलि दी, जिनकी आंदोलन के दौरान मौत हो गई है..
सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक किसान-सरकार वार्ता पर PMO की सीधी नजर है. बैठक से जुड़ी पल-पल की रिपोर्ट PMO को बताई जा रही है. अमित शाह और राजनाथ सिंह की भी किसान-सरकार बैठक पर नजर बनाए हुए हैं.
सूत्रों के हवाले से बड़ी खबर है कि MSP के प्रस्ताव पर कुछ किसान संगठन राजी हैं. सरकार MSP पर गारंटी जैसा प्रस्ताव दे सकती है.
सरकार और किसान नेताओं की बीच बैठक शुरू हो चुकी है. कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर मीटिंग में पहुंचे हैं, रेल मंत्री पीयूष गोयल भी मीटिंग में मौजूद हैं.
ज़ी हिन्दुस्तान पर सूत्रों के हवाले से ये जानकारी सामने आई है कि 35 किसान नेता कृषि कानून में संशोधन के लिए तैयार हैं. प्रस्ताव में मांग की गई है कि 5 साल के लिए कानून लागू हो. अगर सब कुछ ठीक रहा तो परमानेंट कर दिए जाए.
भूपेंद्र हुड्डा के बेटे और कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा ने किसान आंदोलन पर कहा कि 'देश सरकार की तरफ देख रहा है. सरकार से आग्रह है कि किसानियत नहीं तो कम से कम इंसानियत को देखते हुए, प्रजा की बात मानने से कोई शासक छोटा नहीं होता.'
किसानों के बहाने कांग्रेस ने मोदी सरकार पर हमला किया है. कांग्रेस नेता जयवीर शेरगिल ने कहा कि किसान बीजेपी को लंगर खिला रहे हैं और बीजेपी डंडे बरसा रही है.
सरकार और किसानों के बीच बातचीत पर बीजेपी प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि संवाद से किसानों की समस्या का समाधान होगा. किसानों के लिए सरकार के दरवाजे खुले हैं.
सरकार से बातचीत से पहले किसान नेताओं ने दो टूक कहा कि कानून रद्द होने से पहले आंदोलन खत्म नहीं होगा. राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार बहुत मीठी है, सरकार की मीठी मीठी बातों में नहीं आएंगे.
संवाद से पहले गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों ने पूजा की और सरकार से बातचीत सफल होने की कामना की गई.
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बैठक से पहले समाधान की उम्मीद जताते हुए कहा कि समाधान आएगा ऐसी आशा है. किसानों की मांग पूरी करने की कोशिश करेंगे, बैठक में सभी विषयों पर चर्चा होगी.