नई दिल्ली: Manipur Violence Reason: मणिपुर एक बार फिर जल उठा है. प्रदर्शनकारियों ने राजधानी इंफाल में बवाल मचा दिया है. देर रात को कुछ हिंसक प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के निजी आवास में घुसने की कोशिश भी की. CM के दामाद समेत कई विधायकों के घरों में प्रदर्शनकारियों ने तोड़फोड़ की है. निजी संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाया है. इंफाल में भारी संख्या में सुरक्षाबल तैनात है. 


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मणिपुर में फिर से क्यों भड़की हिंसा?
जानकारी के मुताबिक, एक शरणार्थी शिविर से सोमवार को 6 लोग लापता हो गए थे. आरोप है कि इनका कुकी-जो के उग्रवादियों ने जिरीबाम के बोको बेरा से अपहरण कर लिया था. अब इन 6 लापता लोगों की नदी के पास लाश मिली है. इनमें 3 बच्चे भी शामिल है. एक बच्चा तो 8 महीना का था. शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया. लेकिन मैतेई समुदाय के लोग इससे भड़क उठे और प्रदर्शन करने लगे. यही प्रदर्शन हिंसक हो गया है. 


सरकार को मिला 24 घंटे का अल्टीमेटम
प्रदर्शनकारियों ने सरकार को 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया है. उनकी मांग है कि 24 घंटे के भीतर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई हो. कार्रवाई नहीं होने पर इन्होंने सरकार से जनता के गुस्से का सामना करने की बात कही है.


7 जिलों में इंटरनेट बंद हुआ
राज्य के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया है कि इंफाल में बढ़ते तनाव को देखते हुए कर्फ्यू लगा दिया गया है. शनिवार शाम को 7 जिलों में इंटरनेट सेवाएं अस्थायी रूप से निलंबित की जा चुकी हैं. केंद्र सरकार ने हिंसा प्रभावित जिरीबाम सहित मणिपुर के छह इलाकों में एक बार फिर अफस्पा लागू कर दिया है. प्रदर्शनकारी अफस्पा लागू करने की बात से नाराज हैं. इसके बाद मणिपुर की राज्य सरकार ने केंद्र से अफस्पा हटाने का आग्रह किया.


मणिपुर में डेढ़ साल से चल रही हिंसा
गौरतलब है कि मणिपुर में बीते साल मई से से ही मैतई और कुकी समुदाय के बीच जातीय संघर्ष चल रहा है. अब तक इस हिंसा में 200 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है. बीते हफ्ते ही 10 से अधिक लोग मारे गए थे. 


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