आजम खान के लिए जागी मायावती की हमदर्दी, कहा- ये न्याय का गला घोंटने जैसा
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सुप्रीमो मायावती ने कहा है कि `आजम खान को जेल में बंद रखना न्याय का गला घोंटने जैसा है.`
नई दिल्ली: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता मोहम्मद आज़म खान को करीब दो वर्षों से जेल में बंद रखे जाने को न्याय का गला घोंटने जैसा बताया है. मायावती ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए बृहस्पतिवार को ट्वीट किया और जमकर निशाना साधा.
बैक टू बैक किया 3 ट्वीट
पहले ट्वीट में मायावती ने भाजपा पर जमकर प्रहार किया और लिखा कि 'यूपी व अन्य बीजेपी शासित राज्यों में भी, कांग्रेस की ही तरह, जिस प्रकार से टारगेट करके गरीबों, दलितों, अदिवासियों एवं मुस्लिमों को जुल्म-ज्यादती व भय आदि का शिकार बनाकर उन्हें परेशान किया जा रहा है यह अति-दुःखद, जबकि दूसरों के मामलों में इनकी कृपादृष्टि जारी है.'
दूसरे ट्वीट में बसपा सुप्रीमो ने आजम खान की वकालत करते हुए लिखा कि 'इसी क्रम में यूपी सरकार द्वारा अपने विरोधियों पर लगातार द्वेषपूर्ण व आतंकित कार्यवाही तथा वरिष्ठ विधायक मोहम्म्द आज़म खान को करीब सवा दो वर्षों से जेल में बन्द रखने का मामला काफी चर्चाओं में है, जो लोगों की नज़र में न्याय का गला घोंटना नहीं तो और क्या है?'
वहीं तीसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा कि 'साथ ही, देश के कई राज्यों में जिस प्रकार से दुर्भावना व द्वेषपूर्ण रवैया अपनाकर प्रवासियों व मेहनतकश समाज के लोगों को अतिक्रमण के नाम पर भय व आतंक का शिकार बनाकर, उनकी रोजी-रोटी छीनी जा रही है, वह अनेकों सवाल खड़े करता है जो अति-चिन्तनीय भी है.'
मायावती ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश सरकार अपने विरोधियों पर लगातार द्वेषपूर्ण कार्रवाई कर रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि देश के कई राज्यों में दुर्भावना एवं द्वेषपूर्ण रवैया अपनाकर प्रवासियों एवं मेहनतकश लोगों को अतिक्रमण के नाम पर डराया जा रहा है और उनकी रोजी-रोटी छीनी जा रही है, जो अत्यंत चिंताजनक है. सपा नेता आजम खान विभिन्न मामलों में पिछले करीब दो साल से सीतापुर जेल में बंद है.
इसे भी पढ़ें- ज्ञानवापी विवाद: कोर्ट कमिश्नर बदले जाएंगे या नहीं, आज फैसला सुना सकती है अदालत
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.