नई दिल्लीः एक तरफ भारत में नागरिकता कानून को लेकर रार मची हुई है तो दूसरी ओर पड़ोसी मुल्क में लगातार अल्पसंख्यकों पर जुल्म हो रहे हैं. पाकिस्तान के ननकाना साहिब गुरुद्वारे में घटना इस बात के उदाहरण को पुरजोर तरीके से साबित करती है कि भारत में लागू हुआ नागरिकता कानून कितना जरूरी है. सिखों के पवित्र धर्मस्थलों में से एक पाकिस्तान स्थित ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर पत्थरबाजी की घटना पर भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. भारत ने पड़ोसी मुल्क को फटकार लगाई है साथ ही कहा है कि इस मामले में जिम्मेदार लोगों पर कड़ कार्रवाई करे. 


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पवित्र स्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित करे पाकिस्तानः भारत
भारत ने पाकिस्तान को दो टूक कहा है कि वह वह पवित्र धर्मस्थल और सिखों पर हमले के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे. इसके साथ ही यह भी सुनिश्चित करे कि इन पवित्र स्थलों की सुरक्षा में कोई कमी न आए. विदेश मंत्रालय ने शनिवार को बयान जारी कर कहा, सिख समुदाय पर हमला और गुरुद्वारे में तोड़फोड़ की घटना में दोषी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए. इसके साथ ही पाकिस्तान सरकार को पवित्र ननकाना साहिब गुरुद्वारे की पवित्रता को सुरक्षित व संरक्षित रखने के लिए हर उपाय करने चाहिए.



सिख समुदाय करेगा प्रदर्शन
घटना से जुड़ा वीडियो सामने आने के बाद भारत में सिख समुदाय ने शनिवार को दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग के बाहर प्रदर्शन करने का फैसला किया है. उन्होंने पाक सरकार से मांग की है कि वे सिखों की सुरक्षा सुनिश्चित करें. मंत्रालय ने कहा, यह निंदापूर्ण कारनामा एक सिख लड़की  के अपहरण और जबरन धर्मांतरण के बाद हुआ है. विदेश मंत्रालय ने कहा, भारत धार्मिक स्थल के तोड़फोड़ के इस निर्दयी कृत्य की निंदा करता है. हम पाकिस्तान सरकार से मांग करते हैं कि वह सिख समुदाय की सुरक्षा और कल्याण सुनिश्चित करने के तत्काल कदम उठाए.


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यह है मामला
पाकिस्तान के श्री ननकाना साहिब में भीड़ ने शुक्रवार को सिखों के पवित्र स्थल श्री ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर पथराव कर दिया और सिखों के खिलाफ नारेबाजी की. इसके कारण पहली बार शबद-कीर्तन रद्द करना पड़ा. सैकड़ों लोगों ने शुक्रवार को गुरुद्वारे को घेर लिया. घटना के बाद बड़ी तादाद में पुलिस तैनात की गई है, लेकिन हालात तनावपूर्ण हैं.


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