नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन दिवसीय स्टेट विजिट पर अमेरिका रवाना हो गए हैं. पीएम मोदी देश के दूसरे प्रधानमंत्री और तीसरे बड़े नेता हैं जिन्हें अमेरिका ने स्टेट विजिट पर बुलाया है. इससे पहले 1963 में सर्वपल्ली राधाकृष्णन और 2009 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह अमेरिका की स्टेट विजिट पर जा चुके हैं. 


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प्रधानमंत्री ने मंगलवार को कहा कि अमेरिका की उनकी यात्रा भारत-अमेरिका साझेदारी की गहराई एवं विविधता को समृद्ध करने का एक अवसर होगी. उन्होंने कहा कि दोनों देश मिलकर साझा वैश्विक चुनौतियों का अधिक मजबूती से सामना कर सकते हैं. 


क्या दर्शाता है अमेरिका का 'विशेष निमंत्रण'
मोदी ने अमेरिका और मिस्र की अपनी यात्रा से पहले जारी एक बयान में कहा कि वह अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और प्रथम महिला जिल बाइडन के निमंत्रण पर अमेरिका की यात्रा पर जा रहे हैं और यह ‘विशेष निमंत्रण’ दर्शाता है कि दोनों लोकतांत्रिक देशों के बीच यह साझेदारी कितनी अहम एवं मजबूत है. 



मोदी ने रवाना होने से पहले कहा कि राष्ट्रपति बाइडन और अन्य वरिष्ठ अमेरिकी नेताओं के साथ उनकी बातचीत द्विपक्षीय सहयोग के साथ-साथ जी20, क्वाड (चतुष्पक्षीय सुरक्षा संवाद) और आईपीईएफ (समृद्धि के लिए हिंद-प्रशांत आर्थिक ढांचा) जैसे बहुपक्षीय मंचों पर सहयोग को मजबूत करने का अवसर प्रदान करेगी.


मिस्र की यात्रा पर क्या बोले पीएम मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा कि वह मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी के निमंत्रण पर वाशिंगटन डीसी से काहिरा की यात्रा करेंगे. उन्होंने कहा, ‘मैं एक करीबी और मित्र देश का पहला राजकीय दौरा करने को लेकर उत्साहित हूं.’ 


मोदी ने कहा, ‘मैं हमारी सभ्यतागत और बहुआयामी साझेदारी को और गति प्रदान करने के लिए राष्ट्रपति सीसी और मिस्र सरकार के वरिष्ठ सदस्यों के साथ बातचीत करने के लिए उत्सुक हूं. मुझे मिस्र में ऊर्जावान भारतीय प्रवासियों के साथ बातचीत करने का भी अवसर मिलेगा.'


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