जम्मू कश्मीर का नया सरकारी कैलेंडर जारी, शेख अब्दुल्ला जयंती पर अवकाश खत्म
जम्मू कश्मीर प्रशासन ने राज्य के सरकारी अवकाशों की सूची जारी कर दी है. इसमें से पूर्व मुख्यमंत्री शेख अब्दुल्ला की जयंती पर होने वाले अवकाश को निरस्त कर दिया गया है.
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने अगले साल के लिए घोषित सरकारी अवकाश की सूची में पूर्व मुख्यमंत्री शेख अब्दुल्ला की जयंती और शहीद दिवस को हटा दिया है. सामान्य प्रशासन विभाग के उपसचिव जी एल शर्मा की ओर से शुक्रवार देर रात जारी सूची के मुताबिक 2020 में जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश में 27 सरकारी छुट्टियां मनाई जाएंगी जो 2019 की तुलना में एक कम हैं. बता दें कि 2019 में 28 सरकारी छुट्टियां घोषित की गईं.
26 अक्टूबर को मनाया जाता रहेगा विलय दिवस
आपको बता दें कि जम्मू कश्मीर में 26 अक्टूबर को विलय दिवस के रूप में मनाया जाता रहा है. इस पर किसी प्रकार की रोक नहीं लगी है. तत्कालीन महाराजा हरि सिंह ने 26 अक्टूबर, 1947 को विलय की संधि (इंस्ट्रूमेंट ऑफ एसेसन) पर हस्ताक्षर किए थे, जिस पर एक दिन बाद भारत के तत्कालीन गवर्नर जनरल लॉर्ड माउंटबेटन ने हस्ताक्षर किए थे. इस दिन को विलय दिवस के रूप में मनाया जाता है.
शेख अब्दुल्ला की जयंती पर नहीं होगी छुट्टी
एक आदेश में बताया गया कि दो सरकारी छुट्टियों, 13 जुलाई को मनाया जाने वाला शहीद दिवस और पांच दिसंबर को मनाई जाने वाली शेख अब्दुल्ला की जयंती को 2020 के लिए जारी छुट्टियों की सूची में से बाहर कर दिया गया है. अर्थात् इस दिन सरकारी अवकाश नहीं होगा.
हरि सिंह की जयंती पर भी नहीं होगा अवकाश
विलय पत्र पर हस्ताक्षर करने वाले महाराजा हरि सिंह की जयंती पर छुट्टी का एलान नहीं किया है. कुछ लोगों की मांग थी कि हरि सिंह की जयंती पर भी अवकाश होना चाहिये. एक दिन पहले लद्दाख ने भी अपना कैलेंडर जारी करते हुए शहीदी दिवस और शेख अब्दुल्ला की जयंती पर अवकाश रद कर दिया है.
13 जुलाई को मनाया जाता था शहीद दिवस
आपको बता दें कि नये कैलेंडर में शहीदी दिवस का अवकाश शामिल नहीं है. शहीद दिवस 13 जुलाई को मनाया जाता था. यह अवकाश 13 जुलाई 1931 को कश्मीर में महाराजा के खिलाफ हुए एक विद्रोह में मारे गए लोगों की याद में मनाया जाता था. अब इस पर रोक लगा दी गयी है.
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