नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हिंसा में मरने वालों की संख्या 18 हो गई है. हिंसा करने वालों पर यूपी पुलिस ने कार्रवाई भी तेज कर दी है. पूरे प्रदेश से 705 लोगों को पुलिस ने हिंसा फैलाने के आरोप में गिरफ्तार किया है.


करीब 250 लोगों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून


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लखनऊ में उप्रद्रव करने वालों के ख़िलाफ योगी सरकार ने बड़ी कार्रवाई करने का मूड बना लिया है. यूपी की राजधानी में उपद्रव करने वालों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) लगाने की तैयारी की जा रही है. कई लोगों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत भी कार्रवाई होगी. जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हिंसा फैलाने वाले करीब 250 लोगो के खिलाफ रासुका लगाया जा सकता है.


प्रदर्शन के दौरान अब तक कुल 18 लोगों की मौत


हिरासत में लिये गये 4500 लोगों को निजी मुचलके पर रिहा कर दिया गया है. यूपी में हिंसक प्रदर्शन में मरने वालों की संख्या बढ़ गई है. प्रदर्शन में 3 और लोगों की मौत की जानकारी सामने आई है. यानी उत्तर प्रदेश में अबतक हिंसक प्रदर्शन में कुल 18 लोगों की मौत हो चुकी है. हिंसा के दौरान 57 पुलिसकर्मियों को भी गोली लगी है.


सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों को भी नोटिस 


लखनऊ में हिंसा के दौरान नुकसान की गई संपत्तियों का सर्वे शुरु कर दिया गया है. जिसके बाद सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों को भी नोटिस भेजा जाएगा. देश में शायद पहली बार ऐसा हो रहा है जिसमें सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ योगी सरकार कानूनी कार्रवाई कर रही है. वसूली नोटिस भेजकर जुर्माना लगाया जा रहा है और जुर्माना नहीं देने पर संपत्ति कुर्की की जाएगी.


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आपको बता दें, उत्तर प्रदेश में इंटरनेट और सोशल मीडिया के जरिए आग फैलाने वालों पर भी योगी सरकार ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. प्रशासन ने अभी भी यूपी के कई जिलों में इंटरनेट बंद रखा है.


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