अयोध्या. अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का कार्य बेहद तेज गति से जारी है और 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम है. इस बीच खबर आई है कि रामलला की मूर्ति बनने में अब केवल दस का समय शेष है. मंदिर के गर्भगृह में स्थापित करने के लिए रामलला की मूर्ति 15 दिसंबर तक बनकर तैयार हो जाएगी. इसकी जानकारी मंदिर ट्रस्ट से जुड़े अधिकारियों ने दी है.


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दरअसल रामलला की तीन मूर्तियां बनवाई जा रही हैं. मूर्तियों को बनाने का काम पूरा होने वाला है. इसमें से एक मूर्ति को राम मंदिर के गर्भगृह में स्थापित किया जाएगा. दो मूर्तियां कर्नाटक के और एक राजस्थान के पत्थर से बनाई गई हैं. मंदिर न्यास की धार्मिक समिति 15 दिसंबर को गर्भगृह में प्राण प्रतिष्ठा करने के लिए सर्वश्रेष्ठ मूर्ति का चयन करेगी. मूर्तियां कर्नाटक और राजस्थान के मूर्तिकारों द्वारा बनाई गई हैं. मूर्तियां 90 फीसदी तैयार हो चुकी हैं. उन्हें अंतिम रूप दिया जा रहा है.


क्या है मूर्तियां बनाने वाले मूर्तिकारों के नाम
अगर मूर्तिकारों की बात करे तो इनके नाम हैं गणेश भट्ट, अरुण योगीराज और सत्यनारायण पांडे. भट्ट और योगीराज कर्नाटक के रहने वाले हैं तो वहीं पांडे जयपुर से ताल्लुक रखते हैं.  


पुजारियों का प्रशिक्षण शुरू
इस बीच अयोध्या में राम लला मंदिर के पुजारी पद के लिए चुने गए 20 उम्मीदवारों का प्रशिक्षण बुधवार से शुरू हो गया. छह महीने का प्रशिक्षण अयोध्या में ट्रस्ट के नवनिर्मित कार्यालय में दिया जाएगा, जिसके बाद अर्चक (पुजारी) पद के लिए उम्मीदवारों का अंतिम चयन किया जाएगा.  जो उम्मीदवार छह महीने का प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूरा करेंगे, उन्हें अर्चक (पुजारी) पद के लिए चुना जाएगा.


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