नई दिल्ली: Operation Kaveri: सूडान से लौटे भारतीयों के पहले जत्थे में शामिल लोगों ने अपनी आपबीती साझा की. एक शख्स ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया कि सूडान की पैरामिलिट्री फोर्स का कैंप उनकी कंपनी के पास था. उनके जवान कंपनी में घुसे और उन्हें आठ घंटे तक बंधक बनाए रखा. इस दौरान उन्होंने गोलीबारी और लूटपाट की. उन्होंने बताया कि बंदूक हमारी छाती और सिर पर रखी गई थी. सारी कंपनी में तोड़फोड़ की. 


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'ऐसा लग रहा था कि हम मृत्युशैय्या पर थे'
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, फरीदाबाद के सुखविंदर भी भारत लौटने वाले पहले जत्थे में शामिल थे. उन्होंने कहा कि ऐसे लग रहा था हम मृत्युशैय्या पर थे. हम एक बंद कमरे में रह रहे थे. वह सूडान के हालात याद करके सहम जाते हैं.


'ऑपरेशन कावेरी' के तहत हुई वापसी
बता दें कि सूडान से निकाले गए 360 भारतीयों का पहला जत्था युद्धग्रस्त अफ्रीकी देश में फंसे नागरिकों को वापस लाने के लिए शुरू किए गए 'ऑपरेशन कावेरी' के तहत दिल्ली पहुंच गया है. विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बुधवार देर रात एक ट्वीट में विस्थापितों की तस्वीरें साझा करते हुए लिखा, भारत अपनों की वापसी का स्वागत करता है. ऑपरेशन कावेरी 360 भारतीय नागरिकों को स्वदेश लाया है, पहली उड़ान नई दिल्ली पहुंची है.


भारत ने 'ऑपरेशन कावेरी' शुरू किया, जयशंकर ने आश्वासन दिया कि सरकार सूडान में सभी भाइयों की सहायता करने के लिए प्रतिबद्ध है.


सऊदी अरब से होते हुए नागरिकों को निकाला जा रहा
ऑपरेशन के हिस्से के रूप में, भारत ने सऊदी अरब के शहर जेद्दा में दो बड़े सैन्य परिवहन विमान और एक नौसैनिक जहाज को अपने फंसे हुए नागरिकों को निकालने के लिए अपनी आकस्मिक योजना के तहत हिंसा प्रभावित सूडान में एक प्रमुख बंदरगाह पर तैनात किया है.


इसने जेद्दा में एक पारगमन सुविधा स्थापित की है और सभी भारतीयों को सूडान से निकालने के बाद सऊदी अरब के तटीय शहर ले जाया गया है.


अभी जेद्दा में हैं विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन 
विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन निकासी मिशन की निगरानी के लिए वर्तमान में जेद्दा में हैं. इससे पहले सूडान से अपने निकासी मिशन के तहत फ्रांस और सऊदी अरब ने अन्य देशों के नागरिकों के साथ कुछ भारतीयों को निकाला था. विदेश मंत्रालय ने कहा था कि भारत सूडान में जटिल सुरक्षा स्थिति पर कड़ी निगरानी रख रहा है.


सूडान में लगभग 2800 भारतीय लोग
मंत्रालय ने एक बयान में कहा, हम उन भारतीयों की सुरक्षित आवाजाही के लिए विभिन्न साझेदारों के साथ समन्वय कर रहे हैं, जो सूडान में फंसे हुए हैं और निकला चाहते हैं. खार्तूम में भारतीय दूतावास के अनुसार, सूडान में लगभग 2,800 भारतीय नागरिक हैं.


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