नई दिल्ली: पूरी दुनिया इस बात से भली-भाति वाकिफ है कि जो सुधर जाए वो पाकिस्तान ही क्यों कहलाए. और ये बात एक बार फिर साबित हुई है. क्योंकि, पुलवामा हमले पर NIA की चार्जशीट में कई हैरान करने वाले खुलासे हुए हैं.


दिल्ली में आंतकी हमले का था प्लान


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इस चार्जशीट से जैश के आतंकियों के मंसूबे का पता चलता है. सितंबर में फाइल की गई चार्जशीट के मुताबिक आतंकी दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में तबाही मचाना चाहते थे, इसके लिए उन्होंने कई जगहों पर रेकी की थी. इनमें साउथ ब्लॉक और सेंट्रल सेक्रेटेरिएट के इलाकों के अलावा दिल्ली के कई और इलाके शामिल थे.


NIA की चार्जशीट में बहुत बड़ा खुलासा


पुलवामा हमले में NIA की जांच में पता चला है कि पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन ने अपनी पहचान छुपाने के लिए वर्चुअल नंबर का इस्तेमाल किया था। . वर्चुअल मोबाइल नंबर सर्वर के जरिए काम करता है. इसके लिए यूजर अपने फोन पर एक ऐप डाउनलोड करते हैं और उसमें अपना अकाउंट बनाकर नंबर का इस्तेमाल करते हैं. इस नंबर का इस्तेमाल वॉट्सऐप, फेसबुक, ट्विटर और ई-मेल चलाने के लिए किया जाता है.


NIA की चार्जशीट में कई बड़े खुलासे हुए हैं, जिनमें 5 काफी अहम हैं.


खलासा नंबर 1


पुलवामा के बाद आतंकियों ने दिल्ली पर हमले की तैयारी की थी.


खलासा नंबर 2


जैश-ए-मोहम्मद का दिल्ली में आंतकी हमले का प्लान था.


खलासा नंबर 3


दिल्ली के साउथ ब्लॉक, सचिवालय, सिविल लाइंस की रेकी की गई. आतंकी लोधी एस्टेट, कश्मीरी गेट की भी रेकी कर चुके थे.


खुलासा नंबर 4


आतंकी पहचान छिपाने के लिए वर्चुअल नंबर का इस्तेमाल करते थे.


खुलासा नंबर 5


जैश के आतंकी सज्जाद अहमद खान, तनवीर अहमद गनी, बिलाल अहमद मीर, मुजफ्फर अहमद भट भारत में सक्रिय थे.


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पाकिस्तान बार-बार अपनी औकात दिखा ही देता है, लेकिन वो इस बात को भूल जाता है कि उसकी हर चालाकी को भारत हर बार बेनकाब करता आया है. वो ये समझ ले कि जैसे भारत ने पुलवामा के बाद बालाकोट पर प्रहार किया था वैसे हर आतंकी साजिश के बाद पाकिस्तान अब हर बार पिटेगा.


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