नई दिल्लीः उत्तर प्रदेश के पीलीभीत से मानवता को शर्मसार करने वाला एक मामला सामने आया है. यहां एक पिता ने अपनी नवजात बच्ची को फर्श पर फेंक कर उसकी हत्या कर दी है. दावा किया जा रहा है कि पिता पहले से ही दो बच्चियों का बाप था. ऐसे में वह अपनी तीसरी संतान के रूप में बेटा चाह रहा था, लेकिन जब ऐसा नहीं हुआ, तो ऐसा कदम उठाया है. 


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'दो बेटियों के जन्म लेने के बाद क्रूर व्यवहार करता था पति'
वहीं, इस घटना के बाद शख्स की पत्नी शब्बो बेगम ने पुलिस में प्राथमिकी दर्ज कराई है. उसमें उसने कहा है कि उसका पति दो बेटियों के जन्म लेने के बाद उसके साथ बहुत क्रूर व्यवहार कर रहा था.


उसने आगे कहा, 'सोमवार को जब मैंने बच्ची को जन्म दिया, तो मेरे पति ने बच्ची को गोद में लिया और उसे फर्श पर फेंक दिया. इससे मौके पर ही बच्ची की मौत हो गई.'


'स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रही थी नवजात बच्ची'
उसने आगे कहा कि नवजात को कुछ स्वास्थ्य समस्याएं थीं और डॉक्टरों ने उन्हें बेहतर चिकित्सा सुविधा वाले अस्पताल में बच्चे को ले जाने की करने की सलाह दी, लेकिन उसके पति ने मना कर दिया.


पांच साल पहले हुई थी शादी
गौरतलब है कि 28 साल की शब्बो बेगम की शादी करीब पांच साल पहले 32 वर्षीय मोहम्मद फरहान से हुई थी. वह पूरनपुर कोतवाली थाने के सिरसा गांव में अपनी दो बेटियों के साथ रहती है.


गर्भवती शब्बो के पेट पर पति ने कई बार मारा लात
इस दौरान शब्बो ने यह भी आरोप लगाया कि जब वह गर्भवती थी, तो उसके पति ने उसे कई बार पेट पर मारा, फिर से लड़की को जन्म देने पर उसे तलाक देने की धमकी दी. हालांकि, शब्बो की मां ने पुलिस में लिखित शिकायत की है, लेकिन अब तक कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है.


मामले को निपटाने के लिए पुलिस बना रही है दबाव
शब्बो ने कहा, 'पुलिस पति के साथ समझौता करने और मामले को निपटाने के लिए दबाव डाल रही है'. इस बीच, पूरनपुर कोतवाली के एसएचओ आशुतोष रघुवंशी ने कहा कि दंपति ने सौहार्दपूर्ण ढंग से मामले को सुलझा लिया है और पत्नी इस मामले में कोई पुलिस कार्रवाई नहीं चाहती है.


एसएचओ के दावे का किया खंडन
हालांकि, पत्नी ने एसएचओ के दावे का खंडन किया और कहा कि वह चाहती है कि उसके पति को सजा मिले. सीओ सुनील दत्त ने शुक्रवार को कहा, 'मैं मामले को देखूंगा और एसएचओ पर लगे आरोपों की जांच करूंगा. अगर पीड़ित प्राथमिकी दर्ज करना चाहता है, तो दर्ज की जाएगी.'


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