सावन में काशी के लोगों से बात करना भोलेबाबा के दर्शन करने जैसा: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बनारस से सांसद हैं और वे भोलेबाबा के अनन्य भक्त हैं, ये बात किसी से छिपी नहीं है. अक्सर उन्हें भगवान शिव की पूजा करते हुए देखा जाता है. इस समय सावन के पवित्र महीने में उन्होंने एक बार फिर भगवान शंकर को याद किया.
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के लोगों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये बातचीत की. पीएम मोदी ने कहा कि इस समय भगवान शिव की आराधना का सबसे पवित्र महीना सावन चल रहा है. भगवान की शिव की नगरी से सांसद होने का सौभाग्य मेरे लिए बहुत बड़ी बात है. इस पवित्र महीने सावन में काशी के लोगों के साथ बात करना भगवान भोलेनाथ के दर्शन करने जैसा लगता है.
कोरोना काल में काशी ने दी मुझे प्रेरणा- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि यह सावन का पवित्र महीना है. यह भगवान भोलेनाथ का आशीर्वाद है कि कोरोना संकट के दौरान भी हमारा वाराणसी उत्साह से भरा है.
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि विशेषज्ञ भारत पर सवाल उठा रहे थे, कह रहे थे कि इस बार भी स्थिति खराब हो जाएगी लेकिन क्या हुआ? 23-24 करोड़ की आबादी वाले उत्तर प्रदेश ने अपने लोगों के समर्थन के साथ इन सभी आशंकाओं पर काबू पाया.
100 साल पहले भी महामारी से भारत में हुई थी तबाही
आपको बता दें कि 100 वर्ष पहले भारत समेत पूरी दुनिया में स्पेनिश फ्लू नामक संक्रामक बीमारी फैली थी. इसमें भी बहुत तबाही भारत में मची थी, तब देश अंग्रेजों का गुलाम था और उस समय जनसंख्या कम होने के बावजूद भीषण तबाही हुई थी और अनेक जानें गयी थीं.
पीएम मोदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के समान जनसंख्या वाले ब्राजील जैसे विशाल देश में कोरोना वायरस के कारण लगभग 65,000 लोगों की मौत हुई है जबकि उत्तर प्रदेश में लगभग 800 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. इसका मतलब है कि राज्य में कई लोगों की जान बच गई है.