महामारी, संघर्ष, सैन्य कार्रवाइयां ...भारत को दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनता देख रहे विशेषज्ञः मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विशेषज्ञों का हवाला देते हुए कहा है कि दुनिया के नाजुक दौर से गुजरने के बावजूद भारत तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में अग्रसर है.
नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विशेषज्ञों का हवाला देते हुए कहा है कि दुनिया के नाजुक दौर से गुजरने के बावजूद भारत तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में अग्रसर है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां पर रामागुंडम फर्टिलाइजर्स एंड केमिकल्स लिमिटेड (RFCL) के उर्वरक संयंत्र का उद्घाटन किया, जिसे 6,338 करोड़ रुपये की लागत से चालू किया गया है.
रेलवे लाइन का किया उद्घाटन
इसके साथ ही उन्होंने 990 करोड़ रुपये की बजट लागत से निर्मित भद्राचलम रोड से सत्तुपल्ली तक 54.1 किलोमीटर रेलवे लाइन का ऑनलाइन उद्घाटन भी किया.
कुछ ही वर्षों में होगा विकास
इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने कहा कि विशेषज्ञों के अनुसार वर्ष 1990 के बाद यानी पिछले तीन दशकों में देश ने जो विकास देखा है, वो पिछले आठ वर्षों के दौरान हुए बदलावों के कारण कुछ ही वर्षों में होगा.
उन्होंने कहा, 'पिछले दो-तीन साल से दुनिया कोरोना महामारी से लड़ रही है. दूसरी ओर संघर्ष हो रहे हैं, सैन्य कार्रवाइयां हो रही हैं और उसका असर देश और दुनिया पर भी पड़ रहा है.'
तेजी से बढ़ रहा है भारत
मोदी ने कहा, 'इन विकट परिस्थितियों में भी दुनिया भर में एक और बात सुनने को मिल रही है. दुनिया भर के जानकारों का कहना है कि भारत जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा और उस दिशा में बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है.'
उन्होंने कहा कि पिछले आठ वर्षों में शासन, विचार प्रक्रिया और दृष्टिकोण में भी बदलाव आया है. चाहे वो बुनियादी ढांचा हो, सरकारी प्रक्रियाएं हों या व्यापार करने में आसानी हो. ये सभी बदलाव भारत के 'आकांक्षी समाज' को प्रेरित कर रहे हैं.
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