नई दिल्ली: पिछले करीब 50 दिन से सड़क जाम करके बैठे शाहीन बाग पर लोगों का सब्र टूट गया. स्थानीय लोगों ने परेशानियों से आजिज आकर बंद पड़ी सड़क को खुलवाने के लिए प्रदर्शन किया है. नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में लोग यहां तकरीबन दो महीने से जमे हैं और इससे यातायात पूरी तरह ठप हो रहा है. लोगों का कहना है कि यह रास्ता बेहद अहम है. मुख्य सड़क होने के कारण इसे अनदेखा भी नहीं किया जा सकता है. इसकी वजह से दूरगामी रास्ते भी बाधित हो रहे हैं. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोका
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि शाहीन बाग में चल रहे आंदोलन की वजह से उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. प्रदर्शनकारी लगातार नारेबाजी कर रहे हैं हालांकि पुलिस ने उन्हें धरना स्थल पर जाने से पहले ही रोक लिया है. शाहीन बाग में लंबे समय से सीएए के खिलाफ चल रहा आंदोलन दिल्ली सहित पूरे देश में चर्चा का मुद्दा बन गया है. परेशान लोगों ने अब शाहीन बाग के धरने के खिलाफ प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है.



लोकसभा व राज्यसभा द्वारा CAA को पारित किए जाने के बाद से ही दिल्ली के जामिया वह शाहीन बाग इलाके में इसे लेकर विरोध प्रदर्शन जारी है. इस कानून का विरोध करने वाले लोग इसे असंवैधानिक और धार्मिक आधार पर भेदभाव करने वाला बता रहे हैं. 


शाहीन बाग की सुरक्षा बढ़ाई गई
शाहीन बाग में शनिवार को फायरिंग की घटना के बाद सुरक्षा बढ़ा दी गई है. प्रदर्शनस्थल के बाद पुलिसकर्मियों की तैनाती बढ़ा दी गई है और आस-पास से जाने वाले लोगों पर निगाह रखी जा रही है. शाहीन बाग में प्रदर्शन स्थल के नजदीक सैकड़ों की संख्या में लोग पहुंच गए और प्रदर्शनकारियों के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. डीसीपी चिन्मय विश्वास घटनास्थल पर पूरे दल-बल के साथ पहुंच गए हैं. आसपास के इलाके में पुलिस बल तैनात है. डीसीपी पक्षों को समझाने की कोशिश कर रहे हैं. 


देख लीजिए, कांग्रेस ने शाहीन बाग में मदद की बात कबूल ली है


चुनाव आयोग की टीम भी पहुंची
दिल्ली के शाहीन बाग में चुनाव आयोग की तीन सदस्यीय टीम रविवार को वहां पहुंची. टीम ने यहां चुनाव की तैयारियों का जायजा लिया और हालात को परखने की कोशिश की. टीम ने स्थानीय अधिकारियों से बात की और पोलिंग बूथ के बारे में जानकारी ली और सुरक्षा संबंधी मसलों पर बात की.


हाईकोर्ट में पहुंचा है मामला
शाहीन बाग इलाके में जारी धरना-प्रदर्शन 50 दिनों से चल रहा है जिसकी वजह से नोएडा की ओर जाने वाला रास्ता कालिंदी कुंज-सरिता विहार मार्ग भी बंद है. रास्ता बंद होने की वजह से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है और यह मामला हाईकोर्ट तक पहुंच गया है. 


लखनऊ में एक और हिंदूवादी नेता की हत्या, यूपी में सनसनी