नई दिल्ली: CAA विरोध के नाम पर अपनी राजनीति चमकाने वालों ने पूरी दिल्ली में अफरा तफरी फैला दी है. मेट्रो हो या सड़क हर जगह आम लोगों को ही परेशानी हो रही है. क्योंकि दिल्ली पुलिस इस बार कोई खतरा नहीं लेना चाहती. 


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सड़कों पर लोग हो रहे हैं परेशान
राजधानी दिल्ली की सड़कों पर ट्रैफिक रेंग रहा है. दिल्ली और गुड़गांव की सीमा सहित राजधानी के कई इलाकों में सुबह से ही ट्रैफिक जाम है. गाड़ियां धीमी गति से रेंग रही हैं. 


नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act) के वामपंथी दलों के प्रदर्शन के कारण सड़कों पर बैरिकेड लगे हुए हैं. कई जगहों पर रुट डायवर्जन की भी नौबत आ गई है. 


प्रदर्शनकारियों का धरना कालिंदी कुंज से फरीदाबाद, आश्रम, कालकाजी और सरिता विहार जाने वाले रोड पर चल रहा है. इसीलिए इस तरफ का रुट डायवर्ट किया गया है. 


पुलिस ने पहले घोषणा की थी कि वह जनता को किसी तरह का नुकसान न पहुंचे इसलिए ऐहतियात के तौर पर विरोध मार्च नहीं करने देगी. उन्होंने पहले एक ट्वीट के जरिए घोषणा कर दी थी कि मंडी हाउस से लेकर जंतर मंतर तक कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा नागरिकता कानून और एनआरसी पर दोपहर में होने वाले विरोध मार्च के लिए अनुमति नहीं दी गई है.




दरअसल जामिया और सीलमपुर की घटनाओं से पुलिस इस बार कोई रिस्क नहीं लेना चाहती. 


लाल किला पर कई प्रदर्शनकारी हिरासत में
आज सुबह से ही लाल किला के पास से प्रदर्शनकारियों पहुंचने शुरु हो गए थे. जिनमें से कई लोगों को हिरासत में ले लिया गया है. 


लाल किला के पास सुबह से धारा 144 लागू है। ऐसे में नियम तोड़ने पर कई लोगों को हिरासत में लेना पड़ा. 



ये सभी पार्टियां है दिल्ली के लोगों को परेशानी में डालने की गुनहगार


दिल्ली में वामपंथी दलों के कई संगठन हिस्सा ले रहे हैं. उनके साथ स्वराज अभियान जैसे दल भी हैं. 


 सीपीआई (एम), सीपीआई (एमएल) लिबरेशन, सीपीआई, एआईएफबी और आरएसपी जैसे वामपंथी दलों ने संयुक्त रूप से मंडी हाउस से से रैली निकालने की योजना बनाई थी. लेकिन पुलिस ने इसकी अनुमति नहीं दी. 


वामपंथी दलों की तरफ से सचिव केएम तिवारी का कहना था कि ये रैली नागरिकता कानून के विरोध में होगी. हर हालत में इस रैली का आयोजन किया जाएगा. 


स्वराज अभियान ने लालकिला से शहीद पार्क, आईटीओ तक सीएए के विरोध में प्रदर्शन करते हुए रैली निकालने की अनुमति मांगी थी. पर दिल्ली पुलिस ने कानून व्यवस्था बिगड़ने के डर से रैली की अनुमति देने से इनकार कर दिया.