बढ़ जाएगी भारतीय वायुसेना की ताकत! ये 10 खासियत राफेल को बनाती हैं सबसे अलग
फाइटर जेट राफेल के भारतीय वायुसेना में शामिल होने से इंडियन एयरफोर्स की ताकत में खासा इजाफा होगा. राफेल 1 मिनट में 60,000 फुट की ऊंचाई तक पहुंचने की क्षमता रखता है. इस विमान का इस्तेमाल 75 फीसदी ऑपरेशन के लिए किया जाता है. आपको इस लेख में राफेल की ऐसी ही 10 खूबी समझाते हैं.
नई दिल्ली: फ्रांस ने पहला लड़ाकू विमान राफेल भारत को सौंप दिया है. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने फ्रांस में विजयादशमी के मौके पर राफेल की भारतीय संस्कृति के अनुसार शस्त्र पूजा की और उसका भव्य स्वागत किया. ऐसे में हम आपको राफेल की उन 10 खूबियों से रूबरू कराते हैं. जो इस लड़ाकू विमान को सबसे जुदा बनाती है.
ये हैं इसकी खासियतें जो इसे सबसे जुदा बनाती हैं
यह दो इंजन वाला लड़ाकू विमान है, जो भारतीय वायुसेना की पहली पसंद है. हर तरह के मिशन में भेजा जा सकता है
राफेल अत्याधुनिक हथियारों से लैस है, प्लेन के साथ मेटेअर मिसाइल भी है. विमान में फ्यूल क्षमता- 17,000 किलोग्राम किलोग्राम है
यह लड़ाकू विमान 150 किमी. की बियोंड विजुअल रेंज मिसाइल, हवा से जमीन पर मार वाली स्कैल्प मिसाइल से लैस है. स्कैल्प मिसाइल की रेंज 300 किमी, हथियारों के स्टोरेज के लिए 6 महीने की गारंटी है
राफेल की अधिकतम स्पीड 2,130 किमी/घंटा है बताया जा रहा है कि राफेल एक मिनट में 60 हजार फुट की ऊंचाई तक जा सकता है
इसकी मारक क्षमता 3700 किमी. तक है इसके साथ ही ये 4.5 जेनरेशन के ट्विन इंजन से लैस है
राफेल विमान 24,500 किलो. तक का भार उठाकर ले जाने में सक्षम है और 60 घंटे अतिरिक्त उड़ान की गारंटी है
सबसे खास बात ये है कि 75% विमान हमेशा ऑपरेशन के लिए तैयार हैं और ये परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है
राफेल को अफगानिस्तान, लीबिया, माली और इराक में इस्तेमाल किया जा चुका है
इस विमान में भारतीय वायुसेना के हिसाब से फेरबदल किए गए हैं यानी इंडियन एयरफोर्स के हिसाब से ये बिल्कुल सटीक है
भारतीय वायुसेना को 2022 तक कुल 36 राफेल मिल जाएंगे, जिसमें से 18 राफेल हाशीमारा बेस पर तैनात रहेंगे जिससे चीन पर नजर होगी और 18 राफेल अंबाला में तैनात होंगे जिससे पाकिस्तान पर नजर होगी
शस्त्र पूजन हिंदुओं की बहुत पुरानी परंपरा है, जिसमें घर में रखे हथियारों की पूजा की जाती है. बता दें कि राजनाथ सिंह गृहमंत्री रहते हुए भी शस्त्र पूजन किया करते थे. गौरतलब है कि भारत ने 2016 में फ्रांस के साथ 58,000 करोड़ रुपये में 36 लड़ाकू विमान खरीदने के लिए करार किया था. यह विमान बड़ी मात्रा में शक्तिशाली हथियार और मिसाइल ले जाने में सक्षम हैं.