नई दिल्ली: भारत और चीन के बीच चल रही तनातनी के बीच रूस यात्रा से रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) वापस लौट रहे हैं. उन्होंने अचानक ईरान जाने का फैसला किया. पूर्वोत्तर में चीन (China) और पश्चिमी सीमा (Western Border) पर पाकिस्तान (Pakistan) के नापाक मंसूबों की वजह से भारत के रक्षामंत्री की ईरान (Iran) यात्रा काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है.


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खुद ट्विटर पर दी जानकारी



 


रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने ट्विटर पर बताया कि वे ईरान की राजधानी तेहरान जा रहे हैं. वहां पर रक्षामंत्री ईरान के रक्षामंत्री अमीर हतमी (Amir Hatami) से मुलाकात करेंगे. पाकिस्तान और चीन से चल रहे गतिरोध के बीच ये मुलाकात बहुत अहम है. राजनाथ सिंह का अचानक ईरान जाना ये दर्शाता है कि मोदी सरकार चीन और पाकिस्तान को हर मोर्चे पर बेनकाब और परास्त करने में जुटी है.


भारत की कूटनीतिक विजय


उल्लेखनीय है कि भारत के रक्षामंत्री की ईरान (Iran) यात्रा काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है. कूटनीति को संकेतों का खेल कहा जाता है और ऐसा ही एक संकेत मॉस्को में मिला था जब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शंघाई सहयोग संगठन (Shanghai Cooperation Organisation) की बैठक में पहुंचे थे. अमेरिकी दबाव के बावजूद भारत और ईरान के बीच रिश्तों में कोई असर नहीं आया है. मोदी सरकार 2014 से लगातार ईरान को अहम सहयोगी मानकर काम कर रही है.


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आपको बता दें कि लद्दाख सीमा पर चीन से तनाव के बीच बीजिंग ने जिस तरह पाकिस्तानी फौज को साजो-सामान मुहैया कराया है, इसलिए उसकी नापाक हरकतों को काउंटर करने के लिए आज की बातचीत गेमचेंजर साबित हो सकती है.  कल रात रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने चीन के रक्षामंत्री को अचानक से मुलाकात करने का समय दिया था.