नई दिल्ली: Karanpur Election Result: राजस्थान में श्रीगंगानगर की करणपुर सीट पर कांग्रेस की जीत ने प्रदेश की सियासत के कई समीकरण बदल दिए हैं. गुरमीत सिंह कुन्नर के बेटे कांग्रेस प्रत्याशी रुपिंदर कुन्नर ने भाजपा के मंत्री सुरेंद्र पाल सिंह टीटी को हराया है. इस हार के टीटी ने इस्तीफा भी दिया. करणपुर चुनाव एन हार से सीएम भजनलाल पहली ही परीक्षा में असफल हो गए हैं. 


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डोटासरा को मिला राजनैतिक जीवनदान
पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasara) के लिए करणपुर की जीत काफी अहम मानी जा रही है. इस जीत से उनको राजनीतिक जीवनदान मिल गया है. दरअसल, डोटासरा को पीसीसी चीफ की कुर्सी के हटाने की चर्चाएं तेज थी. छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्षों ने इस्तीफा दे दिया. लेकिन माना जा रहा था कि राजस्थान में कांग्रेस करणपुर चुनाव होने का इंतजार कर रही थी. यहां सी जीत के बाद डोटासरा को प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटाना मुश्किल हो गया है.


क्या है डोटासरा का भविष्य?
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा लोकसभा चुनाव तक अपने पद पर बने रह सकते हैं. मुमकिन है कि करणपुर चुनाव के मैनेजमेंट को देखते हुए पार्टी उन्हें ही आगे रखे. फिर भी उन्हें यहां से पीसीसी चीफ के पद से हटाया जाता है तो वो नेता प्रतिपक्ष बन सकते हैं. लेकिन इतना तय है कि राजस्थान की राजनीति में अब डोटासरा सेंटर में रहेंगे. 


पहले ही साफ़ है रास्ता
प्रदेश अध्यक्ष डोटासरा की राह में ज्यादा रोड़े नहीं हैं. पूर्व सीएम अशोक गहलोत को पहले ही राष्ट्रीय गठबंधन समिति का सदस्य बना दिया गया है. पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट भी छत्तीसगढ़ के प्रभारी बना दिए गए हैं. दोनों दिग्गज नेताओं को कांग्रेस ने प्रदेश के बाहर जिम्मेदारी दे दी है. उनके बाद डोटासरा का कद बड़ा है, लिहाजा राज्य में वो अपनी पकड़ मजबूत कर सकते हैं. 


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