लखनऊ: श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि जब तक मंदिर का निर्माण पूरा नहीं हो जाता, रामलला वर्तमान स्थल से शिफ्ट होकर फाइबर के मंदिर में विराजेंगे. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि राम नवमी तक राम मंदिर का निर्माण शुरू करना संभव नहीं है. 


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प्रस्तावित मॉडल से बनेगा राम मंदिर


रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के नवनियुक्त महासचिव चंपत राय ने कहा कि गगनचुंबी मंदिर के नाम पर न्यास की ओर से प्रस्तावित मॉडल को खारिज किया जाना उचित नहीं है. सच्चाई यह है कि देश की आजादी के बाद इतनी ऊंचाई वाला कोई मंदिर नहीं बना. जमीन की सतह से 141 फीट ऊंचे मंदिर को गगनचुंबी ही कहा जाएगा. 


राम नवमी से राम मंदिर का निर्माण करना संभव नहीं


चंपत राय ने यह भी कहा कि अभी तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की दूसरी बैठक का कोई समय निश्चित नहीं हुआ है. राम नवमी में राम मंदिर निर्माण कार्य शुरू करना संभव नहीं है. रामनवमी में 20 लाख श्रद्धालु अयोध्या आते हैं और उनकी सुरक्षा प्रमुख विषय है. भूमि पूजन के लिए पीएम नरेंद्र मोदी अपना समय देंगे. रामलला के मुख्य पूजारी आचार्य सतेंद्रदास अपने पद से नहीं हटेंगे.



राम मंदिर निर्माण अब नहीं अटकेगा: चंपत राय


कारसेवकपुरम् में चंपत रॉय ने मीडिया से बातचीत में कहा कि ''राम मंदिर मॉडल में किसी तरह का बदलाव नहीं किया जाएगा. यह विहिप के पहले तय किए गए मॉडल के आधार पर ही बनेगा. मॉडल में बदलाव से राम मंदिर निर्माण में काफी समय लगेगा और जो लोग मॉडल बदलने की बात करते हैं, वो निर्माण अटकाना चाहते हैं.


पीएम मोदी करेंगे भूमि पूजन


गौरतलब है कि ट्रस्ट के सदस्यों ने गुरूवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके आवास पर मुलाकात की और उन्हें अयोध्या आने का निमंत्रण दिया. अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए हाल ही में गठित श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की पहली बैठक बुधवार को हुई थी. ट्रस्ट के महासचिव और विश्व हिंदू परिषद नेता चंपत राय तथा कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंददेव गिरि भी बैठक में उपस्थित थे. 


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