नई दिल्लीः राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सरसंघचालक मोहन भागवत ने कहा कि भारत में पिछले 40 हजार साल पहले से सभी लोगों का डीएनए समान है. उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वज एक हैं. उन पूर्वजों के कारण अपने देश फला-फूला है. वह हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे.


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'पूर्वजों के चलते हमारे देश फला-फूला'
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सरसंघचालक ने कहा कि 40 हजार सालों से देश के सभी लोगों का डीएनए एक है, मैं हवा में बात नहीं कर रहा हूं. हमारे पूर्वज एक हैं, उन पूर्वजों के कारण अपना देश फला फूला और आज तक संस्कृति चली आ रही है. 


मोहन भागवत ने आगे कहा, कहा जाता है कि कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी, क्योंकि यहां त्याग और बलिदान हुे हैं और ऐसा करने वाले हमारे पूर्वज गौरव के विषय हैं.


'सरकार का रिमोट कंट्रोल नहीं है RSS'
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मोहन भागवत ने कहा कि मीडिया RSS को सरकार का रिमोट कंट्रोल बताया है, लेकिन यह सच नहीं है. उन्होंने कहा कि यह सच है कि हमारे कुछ कार्यकर्ता सरकार का हिस्सा हैं, लेकिन मीडिया हमें सरकार के रिमोट कंट्रोल की तरह दिखाता है. इसमें बिल्कुल सच्चाई नहीं है. सरकार हमारे स्वयंसेवकों को कई आश्वाशन नहीं देती है. 


बकौल मोहन भागवत, लोग हमसे पूछते हैं कि सरकार से हमें क्या मिलता है. मैं ऐसे लोगों को बता दूं कि हमारे पास जो कुछ भी है उसे हमें खोना भी पड़ सकता है. 


भारत में विश्व गुरु बनने की क्षमता
सरसंघचालक ने कहा कि भारत निश्चित रूप से महामारी के बाद भी विश्व गुरु बनने की क्षमता रखता है. हमारा पारंपरिक उपचार काढ़ा था, लेकिन दुनिया भारत की ओर देख रही है. हम विश्व शक्ति न बने, लेकिन विश्व गुर जरूर बन सकते हैं. 


उन्होंने आंबेडकर का जिक्र करते हुए कहा कि हम कभी किसी की ताकत से नहीं बल्कि अपनी कमजोरियों से हारते हैं. उन्होंने कहा कि भारत भूमि सदियों से विदेशी आक्रांताओं से हारी, क्योंकि हम एकसाथ नहीं थे.


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