दिल्ली में वामपंथी दलों के प्रदर्शन से मेट्रो सेवा प्रभावित
वामपंथी पार्टियों ने संसद के दोनों सदनों से पारित CAA(नागरिकता संशोधन कानून) को सड़क पर चुनौती देने का मन बनाया है. इसके लिए देश भर में प्रदर्शन का आह्वान किया गया है. राजधानी दिल्ली उनके विशेष निशाने पर है. किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए राजधानी में विशेष प्रबंध किए गए हैं.
नई दिल्ली: जनता के हाथों नकारी जा चुकी वामपंथी पार्टियों ने अब CAA के बहाने अपनी राजनीतिक जमीन तलाश करनी शुरु कर दी है.
कई वामपंथी दल शामिल
केन्द्र सरकार के विरोध में माकपा और भाकपा सहित सभी वामपंथी दल देशव्यापी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इस प्रदर्शन में माकपा, भाकपा, भाकपा माले, फॉरवर्ड ब्लॉक और रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी सहित कईअन्य वामपंथी राजनीतिक दल और संगठन हिस्सा ले रहे हैं.
इस प्रदर्शन की आंच सबसे ज्यादा दिल्ली में भड़काने की वामपंथी दलों की योजना है. वामपंथी दलों के विरोध प्रदर्शन में में नागरिकता संशोधन कानून यानी CAA के अलावा एनआरसी(NRC) का मुद्दा भी शामिल है.
लोकतंत्र की सर्वोच्च सत्ता के प्रतीक संसद भवन के दोनों सदनों से पारित कानून के विरोध में वामपंथी दल दिल्ली में एक विशाल धरना प्रदर्शन आयोजित कर रहे हैं.
वामपंथियों के हंगामे के डर से मेट्रो सेवा बाधित
दिल्ली में प्रदर्शन के दौरान सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचे और आम कामकाजी लोगों को विरोध प्रदर्शन के दौरान किसी तरह की क्षति नहीं पहुंचे इसके लिए दिल्ली में प्रशासन मुस्तैद है.
दिल्ली में CAA (नागरिकता संशोधन कानून) के विरोध में जारी बवाल को देखते हुए DMRC(दिल्ली मेट्रो) ने गुरुवार को कई मेट्रो स्टेशन बंद कर दिए. दिल्ली मेट्रो ने मैजेंटा लाइन पर जामिया मिलिया इस्लामिया, जसोला विहार-शाहीन बाग और मुनीरका स्टेशन के सभी दरवाजे बंद कर दिए हैं.
इसके अलावा लाल किला, जामा मस्जिद, विश्वविद्यालय, चांदनी चौक, पटेल चौक, लोक कल्याण मार्ग, उद्योग भवन, आईटीओ, प्रगति मैदान और खान मार्केट मेट्रो स्टेशनों को भी बंद कर दिया गया है. यही वजह है कि इन मेट्रो स्टेशनों पर ट्रेनें रुक भी नहीं रही हैं. जिसकी वजह से यात्रियों को मुश्किल आ रही है.
दिल्ली मेट्रो ने केंद्रीय सचिवालय मेट्रो स्टेशन के भी दरवाजे बंद कर दिए हैं. हालांकि ट्रेन यहां रुकेंगी, ताकि यात्री ट्रेनें बदल सकें. क्योंकि केन्द्रीय सचिवालय दो मेट्रो लाइनों का जंक्शन है. लेकिन संसद भवन के बिल्कुल नजदीक होने के कारण ऐहतियात के तौर पर केन्द्रीय सचिवालय मेट्रो स्टेशन में प्रवेश और निकास बंद करके रखा गया है.
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