शाहीन बाग के गद्दारों को यहां से मिल रहा पैसा, ज़ी मीडिया ने किया खुलासा
नागरिकता संशोधन कानून को लेकर जहां पूरे देश में अलग-अलग माहौल देखने को मिल रहा वहीं शाहीन बाग में चल रहे CAA के खिलाफ प्रदर्शन पर एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है.
नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर पूरे देशभर के कई क्षेत्रों में हो रहे विरोध प्रदर्शनों में हिंसा फैलाने के आरोपी और बैन संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) का शाहीन बाग से चौंकाने वाला लिंक सामने आया है.
क्या है पूरा मामला
दस्तावेजों में सामने आया है कि शाहीन बाग इलाके में PFI के कई दफ्तर खुले हुए हैं. जिनमें से पांच की पुष्टि हो चुकी है. इनमें कुछ दफ्तर तो धरना स्थल के काफी पास खोले गए हैं. सूत्रों के मुताबिक पिछले कुछ दिनों में PFI के तीन और इसी की एक सहयोगी इकाई रिहेब इंडिया फाउंडेशन के दो दफ्तर शाहीन बाग में खुले हैं.
खोले गए दफ्तर का पता
PFI के तीन दफ्तर - G-78, शाहीन बाग, जामिया नगर, G- 66 शाहीन बाग जामिया नगर, F-30, शाहीन बाग, जामिया नगर में स्थित है.वहीं रिहेब इंडिया फाउंडेशन का एक दफ्तर एन-44, ग्राउंड फ्लोर, हिलाल होम्स, अबुल फजल एनक्लेव 1, जामिया नगर में है जबकि दूसरा दफ्तर डी-31 जंगपुर में स्थित है.
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बता दें पिछले कई दिनों से शाहीन बाग ने देश और विदेश की मीडिया का ध्यान खींचा है. यहां पर एक महीने से ज्यादा समय से सीएए के खिलाफ प्रदर्शन चल रहा है. इस प्रदर्शन में मुख्य रूप से महिलाएं शामिल हो रही हैं. प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली और नोएडा को जोड़ने वाली एक सड़क को घेरा हुआ है जिसकी वजह से रोज लाखों लोगों को काफी परेशानी का सामाना करना पड़ रहा है.
जानिए शाहीन बाग प्रोटेस्ट की फंडिंग कहां से आ रही है
इस प्रदर्शन के शुरू होने के साथ यह सवालों के घेरे में आ गया था. खासतौर पर इस पूरे प्रदर्शन की फंडिग को लेकर कई सवाल उठ रहे थे. अब जब यह खुलासा हुआ है कि PFI के दफ्तर धरना स्थल के पास ही स्थित हैं. तो ऐसे में यह सवाल पैदा होता है कि क्या इस प्रोटेस्ट के पीछे भी PFI है.
देश के नामचीन वकीलों के भी नाम शामिल
बता दें PFI जुड़ा एक बहुत बड़ा खुलासा जी न्यूज ने किया है. सूत्रों के हवाले से खबर है कि पीएफआई के बैंक अकाउंट से देश के कई बड़े वकीलों को पैसे दिए गए. इनमें कांग्रेस नेता और वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल का नाम भी शामिल है. हालांकि कपिल सिब्बल ने पैसे मिलने की बात तो स्वीकार की है. लेकिन उन्होंने कहा है कि ये पैसा उन्हें हदिया केस के लिए मिला था.
खबर है कि बैंक खातों में 2 से 3 दिन के अंदर अंदर 120 करोड़ रुपये जमा किए गए और उन्हें तुरंत निकाल भी लिया गया है.