Kota Suicide Case: राजस्थान में छत के पंखों में 'एंटी-सुसाइड उपकरणों' की कमी के कारण एक NEET अभ्यर्थी की आत्महत्या के बाद कोटा जिला प्रशासन ने होस्टल को सीज कर दिया है. उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में जवाहर नगर थाना क्षेत्र के राजीव गांधी नगर में कंचन रेजीडेंसी में रहने वाले 19 वर्षीय छात्र ने 23 जनवरी को अपने छात्रावास के कमरे के अंदर छत के पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली.


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कोटा के जिला कलेक्टर डॉ. रवींद्र गोस्वामी ने कहा कि छात्रों की सुरक्षा के लिए बनाए गए दिशानिर्देशों का उल्लंघन पाए जाने के बाद जिला प्रशासन ने छात्रावास पर कार्रवाई शुरू की.


कोटा जिले के अधिकारियों ने छात्रावासों को छत के पंखों पर एक स्प्रिंग डिवाइस लगाने का आदेश दिया था जो आत्महत्या के प्रयासों को विफल कर देता है.


गोस्वामी ने कहा, 'पिछले महीने एक छात्र द्वारा हॉस्टल के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या करने के बाद अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट अदालत द्वारा जांच शुरू की गई थी और जांच रिपोर्ट के आधार पर, एडीएम कोर्ट ने सीआरपीसी की धारा 133 के तहत कार्रवाई करने और राजीव गांधी नगर, तलवंडी कोटा स्थित कंचन रेजीडेंसी हॉस्टल को सीज करने के निर्देश दिए.'


जवाहर नगर क्षेत्र के सर्कल अधिकारी डीएसपी भवानी सिंह ने कहा कि मंगलवार शाम तक जैद अपने कमरे से बाहर नहीं आया तो हॉस्टल वार्डन ने पुलिस को सूचित किया. रात करीब 10 बजे पुलिस को सूचना दी गई.


नहीं मिला सुसाइड नोट
डीएसपी ने कहा कि कमरे से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है और जांच के बाद इस कदम के पीछे के कारण का पता लगाया जाएगा. बता दें कि पिछले साल, कोटा में 26 छात्र आत्महत्या के मामले सामने आए थे, जो कोचिंग हब में अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है. कोटा में मेडिकल और इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी के लिए हर साल देश भर से लाखों छात्र आते हैं.


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