नई दिल्ली: सहाराश्री' कहलाने वाले उद्योगपति सुब्रत रॉय सहारा इंडिया परिवार के चेयरमैन थे. उन्होंने 1978 में सहारा की स्थापना की और वह भी सिर्फ दो हजार रुपये की पूंजी से. उनकी कंपनी लोगों से सिर्फ 20 रुपये की न्यूनतम राशि रोजाना लेकर निवेश करती थी. जल्द ही सहारा इंडिया की कुल शुद्ध संपति 2,59,900 करोड़ तक पहुंच गई. साल 2015 में फोर्ब्स ने बताया था कि सुब्रत राय की नेटवर्थ करीब 10 अरब डॉलर है.यहां तक कहा जाने लगा था कि भारतीय रेलवे के बाद सहारा 'भारत में दूसरा सबसे बड़ा नियोक्ता' है.


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अभी कितनी है संपत्ति
सहारा ग्रुप की वेबसाइट के मुताबिक सहारा ग्रुप के पास करीब 2 लाख 59 हजार करोड़ रुपये की कुल संपत्ति है. 30,970 एकड़ का लैंडबैंक भी है. उसके साथ 9 करोड़ निवेशक जुड़े हैं. सहारा की 5 हजार इकाइयां हैं.  लखनऊ के सहारा शहर से लेकर दूसरे शहरों में ऑफिस, मॉल और इमारतें भी हैं. 


निजी जीवन
सुब्रत रॉय का जन्म बिहार के एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था. उन्होंने गोरखपुर के एक सरकारी तकनीकी संस्थान से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की. वह छवि रॉय और सुधीर चंद्र रॉय के बेटे थे. उनका विवाह स्वप्ना रॉय से हुआ था. सुब्रत रॉय सहारा के दो बेटे हैं. सुशांतो रॉय और सीमांतो रॉय.


जीवन की बड़ी घटनाएं
पिता की मृत्यु के बाद रॉय को स्कूटर पर गोरखपुर में नमकीन और बिस्कुट बेचने के लिए मजबूर होना पड़ा.
सुब्रत रॉय ने वर्ष 1978 में सहारा की स्थापना की
सिर्फ दो हजार रुपये से अपना काम शुरु किया था
आईपीएल से एयरलाइन्स बिजनेस तक में हाथ आजमाया
सहारा सालों तक इंडियन क्रिकेट टीम की स्पॉन्सर भी रही है

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