नई दिल्ली: आपने अभी तक केवल मनुष्यों को ही टीचर के तौर पर स्कूलों या कॉलेजों में पढ़ाते हुए देखा होगा. लेकिन मुंबई में एक महिला रोबोट शिक्षक के तौर पर पढ़ा रही है. इस रोबोट को एक शिक्षक के द्वारा ही बनाया गया है और अब IIT ने भी इसकी तारीफ की है. 


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47 भाषाओं में पढ़ाने में सक्षम


पढ़ाने वाली इस महिला रोबोट को यूपी के ही जौनपुर के एक शिक्षक दिनेश पटेल ने बनाया है. खास बात यह है कि, ये महिला रोबोट 47 भाषाओं में शिक्षा दे सकती है. शिक्षक द्वारा बनाए गए रोबोट की आईआईटी पवई (मुंबई) द्वारा सराहना भी की गई है. शिक्षक ने अपनी इस महिला रोबोट को शालू नाम दिया है. दिनेश पटेल IIT बॉम्बे में ही पढ़ाते हैं. 


बोल सकती है विदेशी भाषाएं


शालू नाम की ये रोबोट नौ भारतीय और 38 विदेशी भाषा बोलने में सक्षम है और यह आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस फीचर्स से भी लैस है. दिनेश ने बताया कि इस सत्र से शालू ने केंद्रीय विद्यालय पवई में कक्षाओं की शुरूआत कर दी है. शालू कक्षा 6 से लेकर 11 वीं तक कंप्यूटर साइंस के बच्चों को पढ़ा रही है. बच्चे भी उनसे पढ़कर काफी संतुष्ट हैं. अभी शालू तकरीबन 10 से 11 कक्षाएं ले चुकी हैं.


इन भाषाओं में पढ़ा सकती है शालू


शिक्षक दिनेश ने बताया कि शालू को अंग्रेजी, जर्मन, जापानी, स्पेनिश, इटैलियन, अरेबिक, चाइनीज सहित 38 विदेशी भाषाओं के अलावा नौ भारतीय भाषाएं जिनमें हिंदी, भोजपुरी, मराठी, बांगला, गुजराती, तमिल, तेलुगु, मलयालम, उर्दू और नेपाली बोल सकती है. शालू विश्व की पहली मानवीय रोबोट है, जिसकी तुलना कई रोबोटिक्स इंजीनियरों द्वारा निर्मित बड़ी रोबोटिक्स प्रयोगशालाओं से आने वाले महंगे रोबोटों से की जा सकती है. 


इन IIT कॉलेजों में हो चुकी है आमंत्रित


दिनेश ने बताया कि शालू को आईआईटी बॉम्बे, आईआईटी धनबाद, एनआई टी दुगार्पुर, के.जे. सोमैया कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड कॉमर्स, मुंबई, और पीआईएमआर इंदौर ने अपने टेक फेस्ट में मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया, जहां उसने कंप्यूटर विज्ञान व रोबोटिक्स के शिक्षकों व विद्याथियों से बातचीत करने के साथ-सात उनके प्रश्नों के उत्तर भी दिए. 


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