नई दिल्ली. आतंकवाद इस वक्त वैश्विक समस्या बन चुका है और भारत दुनिया के उन प्रमुख देशों में है जो इसका सामना कर रहे हैं. आतंकवाद के खिलाफ उपायों को लेकर दिल्ली में रविवार को हुई एक परिचर्चा के दौरान पूर्व सैन्य अधिकारियों ने इस पर अपनी राय रखी. रिटायर्ड मेजर जनरल आरपीएस भदौरिया ने कहा कि आतंकवाद वहीं पनपता है जहां कमजोर सरकार होती है. उन्होंने कार्यक्रम के दौरान इस्लामिक स्टेट की आतंक फैलाने की रणनीति पर भी चर्चा की. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

आतंकवाद की रोकथाम पर केंद्रित कार्यक्रम
सीमा जागरण मंच द्वारा 'सीमा संवाद' परिचर्चा कार्यक्रम का आयोजन दिल्ली विश्वविद्यालय में किया गया था. कार्यक्रम 'आतंकवाद और भारत के संदर्भ में आतंकवाद का मुकाबला' (Terrorism and Counter Terrorism in Context of India) विषय पर आयोजित किया गया था. परिचर्चा के मुख्य वक्ता ले. जनरल रिटायर विनोद भाटिया थे. उन्होंने कहा-अकादमिक जगत में तो आतंकवाद हो अभी तक ठीक से परिभाषित नहीं किया जा सका है.


पूर्व के आतंकी हमलों पर भी हुई चर्चा
कार्यक्रम में वक्ताओं ने भारत पर पूर्व हुए आतंकी हमलों पर भी बात की और बताया कि किन परिस्थितियों में भारत पर हमले हुए हैं. हमले होने के कई कारणों की चर्चा भी इस कार्यक्रम में की गई.


'सीमा संवाद' के इस कार्यक्रम में कई मुख्य अतिथियों ने शिरकत की और वर्तमान समय में मौजूद आतंकवादी गतिविधियों पर गंभीर रूप से विचार विमर्श करते हुए कई महत्वपूर्ण विषयों पर दृष्टि डाली. साथ ही इस कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने कई ऐसे मुद्दों पर भी बात की, जिससे भारत आतंकवाद का मुक़ाबला कर सके. केवल मुकाबला ही न कर सके बल्की आंतकवादी हमलों से अपनी सुरक्षा भी करने में विजय प्राप्ति करे.


इसे भी पढ़ें- Wrestlers Protest: बबीता फोगाट पर भड़कीं साक्षी मलिक, लगाया ये 5 गंभीर आरोप


Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.