श्रीनगर: पुलवामा जिले में आतंकवादियों की बड़ी साजिश को नाकाम करने के बाद जम्मू कश्मीर पुलिस की तरफ से घटना की सम्पूर्ण जानकारी दी गयी. जम्मू कश्मीर पुलिस के IG विजय कुमार ने बताया कि पिछले एक हफ्ते से खबर थी कि जैश और हिज्बुल मिलकर इस तरह का हमला कर सकते हैं, जिसके बाद हम लगातार ट्रैकिंग पर लगे हुए थे. इन आतंकवादियों का लक्ष्य पिछले साल फरवरी में हुए आतंकी हमले को दोहराने की थी. 


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पुलिस ने बताई, हमले को नाकाम करने की पूरी कहानी


आपको बता दें कि कल शाम को पुलिस ने सेना, CRPF की मदद से संदिग्ध आतंकियों का पीछा किया. पुलिस ने बताया कि हमने नाके पर वॉर्निंग फायरिंग की, लेकिन आतंकी ने गाड़ी नहीं रोकी. अगले नाके पर भी हमने फायरिंग की लेकिन क्योंकि वहां पर अंधेरा था तो इसलिए वहां से भाग गया. इसके बाद हमने गाड़ी को जब्त किया और उसकी चेकिंग की, जिसमें भारी मात्रा में IED मिली थी.



उन्होंने बताया कि हमारी टीम ने IED को चेक किया और उसे डिफ्यूज़ किया. इसके पीछे एक बड़े हमले की साजिश थी जिसे नाकाम किया गया. उन्होंने बताया इस घटना में जैश ए मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिदीन का पूरा हाथ है.


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जैश ए मोहम्मद के आतंकी पर पहले से था शक


जम्मू कश्मीर पुलिस की ओर से प्रेस कांफ्रेंस में बताया गया है कि सेना और सुरक्षाबलों की मदद से जो इनपुट मिला था उससे ये स्पष्ट हो गया था कि आतंकवादी किसी बड़ी साजिश को अंजाम देने पर काम कर रहे हैं. पुलिस को जैश ए मोहम्मद के आतंकवादी द्वारा पूरी घटना को अंजाम देने की खबर मिली थी. इसके सभी को चौकन्ना करके आतंकियों के मंसूबे बेनकाब करने पर काम शुरू किया गया.



 


सेंट्रो गाड़ी से हमला करने की थी साजिश


आपको बता दें कि पुलवामा के पास एक सेंट्रो गाड़ी में IED (इंप्रोवाइज्ड एक्स्प्लोसिव डिवाइस) लगाया गया था, जिसकी समय रहते हुए पहचान कर ली गई. बम डिस्पोज़ल स्क्वायड ने वक्त रहते ही इस बम को डिफ्यूज़ कर दिया. इस तरह पुलवामा हमले की तरह दोबारा पुलवामा आतंकी हमलों से दहल सकता था.


गाड़ी में पाया गया 40 किलो से भी अधिक विस्फोटक


उल्लेखनीय है कि गाड़ी में करीब 40-45 किलो तक विस्फोटक था जो बहुत बड़ी वारदात को करने में प्रयोग किया जाता. पुलिस ने बताया कि इतने अधिक विस्फोटक से दोबारा पुलवामा हमला आसानी से किया जा सकता था और कई लोग इसमें मौत के शिकार हो सकते थे. खुशी की बात ये है कि सुरक्षाबलों ने बहुत वीरता के साथ आतंकवादी वारदात को घटित होने से पहले ही उद्घाटित कर दिया.