कोटा में लगातार बढ़ रहा नवजातों की मौत का आंकड़ा, गहलोत सरकार मौन
कोटा में नवजात शिशुओं की मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है. राज्य की कांग्रेस सरकार की संवेदनहीनता चरम पर है. सरकार के बड़े बड़े नेता इस पर बोलने से भी कतरा रहे हैं. सरकार बच्चों को समुचित इलाज मुहैया कराने में नाकाम साबित हो रही है.
जयपुर: राजस्थान के कोटा में जेके लोन अस्पताल में नवजातों की मौत का सिलसिला नहीं थम रहा है. सरकार की ओर से अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है. बताया जा रहा है कि यहां दिसंबर में 100 और नए साल के पहले दो दिनों में तीन बच्चों की मौत हो चुकी है. एक तरफ जहां बच्चों की मौत का सिलसिला लगातार जारी है, वहीं दूसरी तरह इस मुद्दे को लेकर राजनीति भी तेज हो गई है.
प्रियंका गांधी के पास पीड़ितों से मिलने की फुर्सत नहीं
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी इस समय गायब हैं. यूपी में किसी भी घटना पर सरकार को कटघरे में खड़ी करने वाली प्रियंका अपनी ही सरकार से सवाल नहीं कर पा रही हैं कि आखिर इतने बच्चों की मौत कैसे हो गयी. प्रियंका गांधी इन दिनों उत्तर प्रदेश में नागरिकता कानून पर पुलिस द्वारा की गयी कार्रवाई पर सवाल खड़े कर रही हैं. उनकी ओर से कोटा के मामले पर एक भी बयान अब तक नहीं दिया गया है.
मायावती ने उठाए सवाल
बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट कर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा पर निशाना साधा है. मायावती ने कहा कि कांग्रेस शासित राजस्थान के कोटा में लगभग 100 मासूम बच्चों की मौत से उनकी मांओं की गोद उजड़ना अति दुखद और दर्दनाक है. प्रियंका पर निशाना साधते हुए मायावती ने कहा कि अगर कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव कोटा में जाकर मृतक बच्चों की मांओं से नहीं मिलती है तो यहां यूपी के पीड़ितों के परिवार से मिलना सिर्फ राजनीतिक स्वार्थ और नाटकबाजी ही माना जाएगा.
उल्टे विपक्ष से ही सवाल कर रहे अशोक गहलोत
खुद की सरकार के मेडिकल सिस्टम को सुधारने के बजाय सीएम अशोक गहलोत विपक्ष पर ही सवाल उठा रहे हैं. उन्होंने ने ट्वीट करके कहा कि इस मामले में राजनीति नहीं होनी चाहिए. विपक्ष सरकार का साथ नहीं दे रहा है. बता दें कि इससे पहले शर्मनाक बयान देते हुए गहलोत ने कहा था कि इस बार पिछली बार की अपेक्षा कम बच्चे मरे हैं. उल्लेखनीय है कि केंद्र की मोदी सरकार ने राजस्थान सरकार को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया है.