सपेरे ने कहा, सांप नहीं है जहरीला गले में लपेट लो, जानें फिर कैसे हुई मौत
राजेंद्र नगर मोहल्ले के टीचर्स कॉलोनी में एक घर से कोबरा सांप निकालते समय 60 वर्षीय मोती राम की उसके डसने से मौत हो गई. बदायूं में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर आयोजित काकोड़ा मेले में गले में लिपटे सांप के डसने से 30 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई.
बरेली: मौत किसी भी रूप में आ सकती है. दो दिन पहले राजेंद्र नगर मोहल्ले के टीचर्स कॉलोनी में एक घर से कोबरा सांप निकालते समय 60 वर्षीय मोती राम की उसके डसने से मौत हो गई. वह करीब 30 साल से सांपों को बचा रहे थे और उन्हें 'स्नेक मैन' के नाम से जाना जाता था. लेकिन एक चूक मौत की वजह बन गई.
कहां हुई गलती
उनके परिवार के एक सदस्य ने बताया कि वह सैकड़ों सांपों को पकड़ चुके थे, लेकिन इस बार उनकी किस्मत खराब हो गई और सांप के डसने से उनकी मौत हो गई.
सूचना के मुताबिक मोती राम ने सांप को सुरक्षित पकड़ लिया था, लेकिन उसे रेस्क्यू बैग में डालते समय सांप ने उनके दाहिने हाथ की अंगुली में काट लिया. मोतीराम की हालत बिगड़ने लगी. उन्हें पास के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया. फिर वहां से मोती राम को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया. लेकिन इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया.
बदायूं में भी एक की सांप कांटने से मौत
बदायूं में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर आयोजित काकोड़ा मेले में सांप के डसने से 30 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई. मृतक धरमवीर ने एक सपेरे द्वारा अपने गले में एक सांप डालकर घूमते देख खुद भी ऐसा किया, लेकिन इसी बीच सांप ने उसे डस लिया. उन्होंने बताया कि, सपेरे ने कहा कि सांप जहरीला नहीं है, लेकिन डसने पर पीड़ित की तबीयत बिगड़ने लगी और उसे इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
इसे भी पढ़ें- ग्रेटर नोएडा: बिल्डरों का 14 हजार करोड़ रुपये का बकाया, ग्रेनो प्राधिकरण अब लेगा ये बड़ा एक्शन
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.