नई दिल्ली. आप अपने एक नहीं हज़ार काम छोड़ कर भी आज शाम अपने टेलीविज़न के सामने बैठें और प्रधानमंत्री मोदी के संदेह को सुनें. आज की शाम बहुत निर्णायक हो सकती है. हो सकता है कोई बड़ा फैसला हो और ये भी हो सकता है कि हमारे सर्वोच्च नेता कोरोना से इस युद्ध में हमारे नैतिक ही नहीं अपितु व्यवहारिक समर्थन की अपेक्षा भी कर रहे हों. हो सकता है वो हमारे साथ और हमारे विश्वास को लेकर आगे बढ़ना चाहते हों जिसकी अब सर्वाधिक आवश्यकता है देश को..



COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

 


कोविड- 19 पर बात करेंगे पीएम 


जो समस्या आज देश की ही नहीं दुनिया की भी सबसे बड़ी समस्या है उस पर पीएम मोदी देश को सम्बोधित कर रहे हैं. इस सम्बोधन में प्रधानमंत्री मोदी कोविड-19 से संबंधित मुद्दों और इनका सामना करने के प्रयासों पर चर्चा करेंगे.हालात बहुत विकट हैं. हमें बहुत सावधानी रखने की आवश्यकता है. कोरोना के विरुद्ध भारत के युद्ध की प्रारम्भि बहुत सफल रही है. अब हमें आगे भी ऐसे ही और इससे भी अधिक गंभीरता से इस लड़ाई को अंजाम देना है ताकि कोरोना पर विजय पाकर भारत दुनिया के सामने एक सकारात्मक उदाहरण प्रस्तुत कर सके.


कोरोना को लेकर सरकार गंभीर 


मोदी सरकार कोरोना के संक्रमण की गंभीरता को देखते हुए किसी भी तरह की लापरवाही और ढिलाई के साथ समझौते को तैयार नहीं है.नोएडा में अब तक कोरोना संक्रमण के चार मामले सामने आये हैं. इसलिए एहतियातन नोएडा में धारा 144 लगानी पड़ी है. अब एक स्थान पर झुण्ड लगा कर लोगों का खड़ा होना रोका जा रहा है ताकि इस संक्रमण को रोका जा सके. हालात की समीक्षा के लिए सरकारी स्तर पर उच्च स्तरीय बैठकें चल रही हैं और स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कोरोना से पैदा हुई राष्ट्रीय स्तर पर सामने आ रही चुनौती को लेकर बैठक सम्पन्न हुई जिसमें प्रधानमंत्री ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए तैयारियों को अधिक सशक्त करने के उपायों पर बातचीत की. कोरोना जांच की सुविधा के विस्तार का विषय भी इसमें शामिल है.


नोएडा में धारा 144 लागू


राजधानी दिल्ली से लगे हुए नोएडा में अब तक कोरोना संक्रमण के चार मामले सामने आये हैं. इसलिए एहतियातन नोएडा में धारा 144 लगानी पड़ी है. अब एक स्थान पर झुण्ड लगा कर लोगों का खड़ा होना रोका जा रहा है ताकि इस संक्रमण को रोका जा सके. हालात की समीक्षा के लिए सरकारी स्तर पर उच्च स्तरीय बैठकें चल रही हैं और स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कोरोना से पैदा हुई राष्ट्रीय स्तर पर सामने आ रही चुनौती को लेकर बैठक सम्पन्न हुई जिसमें प्रधानमंत्री ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए तैयारियों को अधिक सशक्त करने के उपायों पर बातचीत की. कोरोना जांच की सुविधा के विस्तार का विषय भी इसमें शामिल है.


ये भी पढ़ें. सिर्फ तीस दिन का समय दें सरकार को कोरोना से निपटने के लिये