Umesh Pal Murder Case: यूपी विधान सभा में सोमवार को प्रयागराज में 24 फरवरी शुक्रवार को हुए उमेश पाल हत्याकांड के मामले में संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि इस घटना के अनावरण के लिए सरकार जड़ी संजीदगी से लगी है और एसटीएफ की दस टीमें गठित की गई और घटना का अनावरण करने वाली टीम को पुरस्कार भी दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि इस मामले में गंभीर धाराओं में मुकदमा रजिस्टर किया गया है.


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विधानसभा में उठाया गया उमेश पाल हत्याकांड का मामला


नियम 56 के तहत बसपा सदस्य उमाशंकर सिंह ने प्रयागराज में 24 फरवरी शुक्रवार की दोपहर को विधायक राजूपाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल की हत्या का मामला उठाते हुए कहा कि 24 फरवरी को उमेश पाल अपने सुरक्षा गनरों के साथ जिला कचहरी से अपने धूमनगंज स्थित आवास पर पहुंचते ही अज्ञात हमलावरों ने स्वचालित हथियारों से घर में घुसकर गोली मार दी, इसके साथ ही उन पर बम से भी हमला किया गया.


हाईलेवल जांच के लिये उठाई गई मांग


उमाशंकर सिंह ने कहा कि इस हमले में उमेश पाल एवं उसके पुलिस सुरक्षाकर्मी भी गंभीर रूप से घायल हो गए जिनकी हालत नाजुक होने के कारण उन्हें एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जहां पर उमेश पाल एवं गनर संदीप निषाद की मृत्यु हो गई तथा एक अन्य गनर राघवेंद्र सिंह की हालत नाजुक बनी हुई जिसे लखनऊ एसजीपीजीआई रेफर किया गया है.


परिवार को मिले एक करोड़ का मुआवजा


उमाशंकर ने इस मामले की सरकार से उच्च स्तरीय जांच कराते हुए पीड़ित परिवार को एक करोड़ रूपए का मुआवजा तथा परिवार के एक सदस्य को नौकदी दिए जाने की मांग की, इस पर संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि इस घटना की पृष्टभूमि 2005 से शुरू होती है जब पूजा पाल ने हत्या का मुकदमा धूमनगंज में दर्ज कराया था. इस मुकदमें के गवाह के रूप में उमेश पाल भी थे. साल 2007 में भी गवाह उमेश पाल के अपहरण को लेकर एक मुकदमा और दर्ज किया गया था.


एसटीएफ की 10 टीमों को सौंपी गई है जांच


संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि इस मामले में उच्चतम न्यायाल के 17 फरवरी 2023 को 6 सप्ताह में ट्रायल पूरा करने का आदेश दिया था. घायल सिपाही राघवेंद्र सिंह को एसजीपीआई में भर्ती कराया गया है. इस मामले का खुलासा करने के लिए पुलिस के साथ एसटीएफ को लगाया गया है और दस टीमें भी लगाई गई है. उन्होंने कहा कि अभियुक्तों को पकड़ने वाली टीम को पुरस्कार भी दिया जाएगा. किसी को छोड़ा नहीं जाएगा.


अतीक अहमद की पत्नी ने की सीबीआई जांच की मांग


वहीं पर मामले के मुख्य आरोपी अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता ने सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर सीबीआई जांच की मांग की है. एसटीएफ ने इस मामले पर पुलिस से उन सभी लोगों की लिस्ट मांगी है जो जेल में अतीक अहमद से मिलने पहुंचा करते थे.


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